बामनिया से ”झाबुआ आजतक” के लिए लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्टः मौत का तमाशा। जी हं पुलिस की लापरवाही और अमानवीयता की एक वजह से बार फिर मौत का तमाशा बना। इस बार मामला बामनिया का है जहां ट्रेन की चपेट में आने के बाद महिला का शव दो घंटे तक पुलिस के इंतजार मे पटरी किनारे पड़ा रहा। दो पुलिस चौकी के बीच सीमा विवाद की वजह से यह हालात बने।
मामला बामनिया के नजदीक रतनाली चापनेर का है। यहां समीपस्थ अमरगढ़ से पंचपीपलिया डाउन ट्रेक में दुरन्तो एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक अज्ञात महिला की मौत हो गई। मामले की जानकारी मिलने पर आरपीएफ तुरंत मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस को सूचना दे गई तो खवासा चौकी से इसे बामनिया चौकी क्षेत्र का तो बामनिया चौकी से इसे खवासा चौकी क्षेत्र का मामला बताया गया।
करीब दो घंटे तक शव यूं ही मौके पर पड़ा रहा और दोनों पुलिस चौकी यह साबित करने में जुट रही कि यह मामला उनके क्षेत्र का नहीं है। बाद में जब आला अफसरों की जानकारी में मामला आया उसके बाद बामनिया पुलिस चौकी से पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सारी प्रकिया शुरू की।