रानापुर से के. नाहर की रिपोर्टः देश का ऐसा कोई टोल टैक्स नहीं होगा जहां विवाद नहीं होता और देश का ऐसा कोई टोल टैक्स नहीं होगा जहां के कर्मचारियों की गुण्डागर्दी से आम व्यक्ति परेशान नहीं होता। बावजूद इसके अमूमन यह होता है कि इनसे कौन विवाद करें जो राशि मांग रहे है वो देकर आगे बढ़ने में ही बेहतरी समझी जाती है लेकिन इसी गुण्डागर्दी के खिलाफ न केवल एक आम आदमी उठ खड़ा हुआ बल्कि उसने अवैध वसूली के खिलाफ बकायदा पुलिस थाने पर शिकायत भी दर्ज कराई है। के. नाहर की इस ख़ास रिपोर्ट में पढ़िए कैसे हो रही है टोल टैक्स पर लूट और कैसे किया एक शख्स ने कराया केस दर्ज।
मामला झाबुआ कुक्षी मार्ग पर ग्राम बन में टोल नाके का है। यहां टोल दर को लेकर टोल कर्मचारी और एक ड्रायवर में विवाद हो गया। जिसके बाद ड्रायवर ने कर्मचारी के खिलाफ पुलिस में आवेदन दे दिया। घटना बुधवार सांय 4 बजे की है। ग्राम बलेडी निवासी हजरसिंह सेकड़िया भिलाला डेहरी से माल भरकर राणापुर आ रहा था। बन टोल नाके पर उसको 155 रूपये की रसीद थमा दी गई। जब उसने बताया कि उसकी गाडी तो एल सी वी में आती है जिसकी दर 65 रूपये है। इस पर कम्पनी के कर्मचारी उससे विवाद करने लगे। ड्रायवर जब ऑफिस में गाड़ी के कागजात दिखा रहा था तब एक कर्मचारी उसको कॉलर पकड़कर गाड़ी तक ले गया और वहां से चले जाने को कहा।
ड्रायवर ने गाड़ी मालिक मनोज जैन जोबट को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी। जैन ने ड्रायवर को पैसे देकर रसीद लेने को कहा। उसके बाद रात में जैन राणापुर पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को देते हुए आवेदन दे दिया। गुरूवार सुबह ड्रायवर के बयान दर्ज किये गए। इस दौरान पुलिस थाने में मौजूद कम्पनी कर्मचारी ने कहा कि इन लोगो ने गाड़ी के कागज बदल दिए है।
उसने एम पी आर डी सी के निर्देश अनुसार दर से ही टोल वसुल किये जाने की बात कही। गाड़ी मालिक जैन अपने साथ प्रदेश की अन्य जगहों पर इसी गाडी का टोल एल सी वी के रूप में लिए जाने की बात कर रहे थे। सबूत के तौर पर वे अपने साथ रसीदें भी लाये थे। टी आई. आर. सी भास्करे ने बताया कि मामले में टोल कम्पनी के कर्मचारी को बुलाकर पूछताछ की जायेगी।