शासकीय कृषि व चरनोई भूमि के अधिग्रहण को रोकने और वन भूमि के पट्टे दिए जाने की मांग को लेकर किसानों ने कलेक्टर को सौंपा आवेदन 

0

बड़वानी। राजपुर तहसील क्षैत्र के ग्राम टाकली व नांदेड़ गांव के मध्य की कब्जेवाली शासकीय कृषि व चरनोई भूमि को प्रशासन द्वारा किसी अन्य विभाग को आवंटित करने की आशंका जताते हुए चिंतित स्थानीय किसानों व पशुपालकों ने आपत्ति स्वरूप बड़वानी कलेक्टर को आवेदन सौंपा। आवेदन में भूमि पर कृषि कार्य कर रहे किसानों को पट्टे दिए जाने की मांग की है। 

किसानों व जयस राष्ट्रीय प्रभारी सीमा वास्कले ने बताया कि टाकली और नांदेड़ गांव के बीच सात माता मंदिर के पास पहाड़ी क्षेत्र में शासकीय भूमि पर वर्षो से हमारे पूर्वज खेती कर रहे थे, उक्त भूमि पर खेती कर आज भी हम परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। इसके साथ ही पशुओं की चारागाह भूमि भी मौजूद हैं। वहीं किसानों का कहना है कि बड़वानी जिला जनजातीय बहुल होकर अनुसूचित क्षेत्र में आरक्षित हैं । पेसा एक्ट के तहत बगैर ग्राम सभा प्रस्ताव ठहराव के ग्राम पंचायत क्षेत्र की जल , जंगल और जमीन किसी को हस्तांतरित या आवंटित नहीं की जा सकती है। टाकली ग्राम पंचायत क्षेत्र अंतर्गत उक्त भूमि को बिना सूचना और बगैर ग्राम सभा के किसी अन्य विभाग को आवंटित करना असंवैधानिक होकर जनजातीय क्षेत्रों के लिए बनाए गए नियमों के उलंघन तथा संविधान के अनुच्छेद 13-3क में जल , जंगल , जमीन की हकदार ग्रामसभा है का उल्लेख ज्ञापन में करते हुए भविष्य को लेकर चिंतित किसानों ने बताया कि किसी विभाग को आवंटित किए जाने पर उक्त भूमि पर आश्रित हम किसानों और पशुपालकों का जीवन यापन कष्टकारी और चरनोई भूमि खत्म होने पर पशुओं के लिए संकट खड़ा हो जाएगा।

आदिवासी किसानों ने उक्त भूमि किसी अन्य विभाग को आवंटित नहीं करने व पूर्वजों के समय से वर्तमान काबिज व आश्रित किसानों के हितों को देखते हुए प्रस्तावित आवंटन को रद्द करने की मांग है वहीं किसानों ने बताया कि पूर्व में राजपुर अनुविभागीय अधिकारी को भी आपत्ति आवेदन हम लोग दे चुके हैं । इस दौरान जयस राष्ट्रीय प्रभारी श्रीमती सीमा वास्कले , जयस जिला अध्यक्ष संदीप सोलंकी ,सुभान मुजाल्दे उपसरपंच ग्राम पंचायत टाकली , रवि चौहान जयस कार्यकर्ता ,किसन बडोले , पंचालाल बरडे ,किशन गंगवाल , मोहब्बत गंगवाल , सुजान गंगवाल , बिसन मुजाल्दे , लालसिंह गंगवाल , अमरसिंह दरबार , मोहब्बत सिंह दरबार , दिनेश गंगवाल , कालु गंगवाल ,रुगनाथ गंगवाल ,मुकेश गंगवाल , जगदीश चौहान ,मेहताब मुजाल्दे ,थावला गंगवाल ,सदा गंगवाल , प्रेमसिंह गंगवाल, लटु जमरे,घोंटु गंगवाल ,आदि किसान व पशुपालक मौजूद थे ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.