बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी
परम्परागत से शीतला सप्तमी का पर्व माँ शीतला माता की पूजा अर्चना कर मनाया गया। महिलाओं ने परम्परागत रूप से शीतला माता का पूजन किया। परंपरा अनुरूप घरों में पूरे दिन चूल्हा नहीं जलेगा।आपको बता दे कि शीतला सप्तमी के एक दिन पहले महिलाओं द्वारा ठंडा भोजन बनाया जाता है और शीतल सप्तमी के पूरे दिन बासी ठंडा भोजन ग्रहण किया जाता है।
रामा ब्लॉक के ग्राम खरडू के शीतला माता मंदिर पर पूजा अर्चना ओर घरों में सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना की जाती है।अलसुबह से ही महिलाओं की शीतला माता मंदिरों में भीड़ लग जाती है। इसके बाद महिलाओं द्वारा माता को भोग लगाने के लिए घर से पापड़, पूरी, चकली, लड्डू व अन्य व्यंजन लाते है। माता को भोग लगाने के बाद घर मे ठंडा भोजन ग्रहण करते है। ऐसी ही परम्परा का निर्वहन करने के लिए महिलाओं द्वारा एक दिन पहले से ही ठंडे भोजन के व्यंजन की तैयारी की जाती है जिसके बाद से घरों में चूल्हा नहीं जलाया जाता है।और शाम तक ठंडे भोजन का निर्वाहन किया जाता है। ग्रामीण महिलाओं द्वारा पहले गांव के शीतला माता मंदिर पर भोग लगा कर पूजा अर्चना कर ।गांव के माँ चामुंडा माता मंदिर पर पहुँच कर अपने घरों में सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना करते है।