मछली विक्रेताओं के बुलंद हौंसले; कार्यवाही करने गई टीम लौटाया उल्टे पैर

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सलमान शैख@ झाबुआ Live 
पेटलावद। लगातार मिल रही शिकायतों के चलते आज मंगलवार को एसडीएम अनिल कुमार राठौर के निर्देश पर गठित की गई टीम जब घर पर व्यापार व्यवसाय कर रहे मछली विक्रेताओं पर कार्यवाही और सामग्री जब्त करने वार्ड क्रमांक 11 में पहुंची तो टीम को काफी विरोध का सामना करना पड़ा। मछली विक्रेताओं के हौंसले इतने बुलंद थे कि छीना झपटी पर आ गए। हालांकि इसके बाद टीम को बिना कार्यवाही के वापस लौटना पड़ा।
*आखिर क्यों नही जाना चाहते है यह मछली विक्रेता:*
गोरतलब है कि नगर परिषद ने प्रदूषण को देखते हुए लाखो रुपए खर्च कर स्लाटर हाउस का निर्माण कराया है। जिसमें मटन, चिकन और मछली विक्रेताओं के लिए अलग अलग दुकानें बनाई है। इन दुकानों को सभी विक्रेताओं में लॉटरी सिस्टम के आधार पर वितरण भी कर दिया गया है, लेकिन मटन और चिकन विक्रेताओं के अलावा मछली विक्रेता यहां अपनी दुकानें न लगाकर अपने घर पर ही व्यापार कर रहे है। जिसके कारण सड़क और नालियों पर गंदगी के कारण बदबू से आने जाने वाले और आसपास के रहवासी परेशान है।
*रहवासी और नगरजन कई बार कर चुके है शिकायते:*
मछली विक्रेताओं के उनके घर पर दुकान लगाकर खुलेआम व्यापार करने के कारण कई लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह हो गई थी कि कई शाकाहारी लोगो ने उस रास्ते से गुजरना ही बंद कर दिया है और कई ऐसे है कि वह मुंह पर रूमाल बांधकर निकलने को मजबूर है। लोगो ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाईन 181, एसडीएम आईएएस अनिल कुमार राठौर को भी की। लगातार मिल रही शिकायतों के चलते जब एसडीएम ने कार्यवाही के लिए टीम को भेजा तो इन मछली विक्रेताओ हौसले इतने बुलंद नजर आए कि उल्टा टीम पर हावी हो गए। टीम भी विरोध के चलते केवल चेतावनी देकर वापस लोट गई। अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्यों यह मछली विक्रेता स्लाटर हाउस में शिफ्ट होना नही चाहते है। जब मटन और चिकन विक्रेता स्लाटर हाउस में रहकर अपना धंधा चला सकते है तो फिर इन्हें क्यों वहां जाने में परेशानी आ रही है। बताया जा रहा है कि गत दिनों ही नगर परिषद ने मछली विक्रेताओं के कहने पर मार्केट को दो भागों में बाटकर बीच में शेड खड़ा किया था। फिर भी हर बार की तरह कुछ न कुछ कमी बताकर यह मछली विक्रेता स्लाटर हाउस में दुकान न लगाकर उनके घर पर ही दुकान लगाकर धंधा करते देखे जाते है।

एसडीएम महोदय के निर्देश पर जब्ती की कार्यवाही करने गए थे:
हमें एसडीएम महोदय ने निर्देश दिए थे कि जो भी मछली विक्रेता घर पर दुकान लगाता पाया जाए उसका सभी सामान जब्त करने की कार्यवाही की जाए। हम सभी कर्मचारियों के साथ वार्ड 11 में गए थे, लेकिन सभी मछली विक्रेता हमसे विवाद करने लग गए। इसके बाद हमने उन्हें चेतावनी दी और वापस नगर परिषद आ गए।
– शुभम देवड़ा, स्वच्छता प्रभारी, नगर परिषद।