प्रभारी मंत्री ने वाहवाही लूटने के लिए मुट्ठीभर किसानों को बांटी राहत राशि : सांसद भूरिया

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झाबुआ । शनिवार को जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक झाबुआ में आयोजित सूखा राहत वितरण के आयोजित कार्यक्रम को लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं जिले के सांसद कांतिलाल भूरिया ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन के साथ ही प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य पर आरोप लगाया है कि केवल वाहवाही लूटने के लिए मु_ीभर किसानों को राहत राशि के वितरण का नाटक करके जिले के वास्तविक रूप से प्रभावित हुए किसानों के साथ भ्रमित करने का प्रयास है। जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भट्ट ने बताया कि सांसद कांतिलाल भूरिया ने रविवार के प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि जिला सतर्कता की बैठक में पूरे जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की उन्होने मांग की थी । जिले के करीब 800 से अधिक ग्राम है, किन्तु झाबुआ के केवल 169 गांव, मेघनगर ब्लाक के 13 एवं पेटलावद के 130 गा्रमों कुल मिलाकर मात्र 312 गा्रम सूखाग्रस्त में लिए गए तथा केवल 4 हजार 504 किसानों को 35 करोड़ 89 लाख 23 हजार 75 की राशि आंवटित की गई जे ऊंट के मुंह में जीरें के समान है, जबकि पूरा जिला सूखा ग्रस्त है तथा किसान फसलों की बर्बादी से दर दर की ठोंकरे खा रहे हैं। इसी तरह अलीराजपुर जिले के ग्रामों की संख्या नहीं बताई गई है एवं 41 हजार 876 किसानों को 19 करोड़ 97 लाख 45 हजार 491 रूपये की सूख राहत राशि दी है जिबकि आलीराजपुर जिला भी पूरा ही सूखाग्रस्त है। इस संबंध में कलेक्टर एवं सहकारी बैंक के महाप्रबंधक कुलमी से जानकारी प्राप्त की तो उन्होंने बताया कि यह राशि भोपाल से स्वीकृत हुई है। इसके बारे में पूरी जानकारी उन्हे नही है। इन्होने किस हिसाब से सर्वे किया।
बिचौलियों की सांठगांठ हुई
भूरिया ने जिला प्रशासन को आडे हाथो लेते हुए कहा कि जिले में जो राशि आवंटित हुई है इसमे भाजपा से जुड़े किसान कार्यकर्ता एवं बिचौलियों की सांठगांठ से उन्हे ही इसका लाभ दिया गया है और जिन किसानों को प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं बैक अधिकारियों की उपस्थिति में नगदी राशि का वितरण किया है यह पूरी तरह संदेहास्पद होकर बंदरबाट की संभावना दिखाई दे रही है। जबकि ये भुगतान चेक या खातो में जमा करके दिया जाना चाहिए था किन्तु प्रचलित नीति का मखौल उड़ाया गया। भूरिया के अनुसार वास्तविक किसान जो अवर्षा, ओलावृष्टि, बेमौसम बारिश से पीडि़त किसान है वे दर दर को ठोकरे खाकर आत्महत्या को मजबूर है। भूरिया ने जिला प्रशासन एवं प्रदेश सरकार से पूरे जिले का पुन: सर्वे करवा कर प्रभावित किसानों का राहत दिलाने की मांग की है। उन्होने इस मुद्दे को संसद मे भी उठाने की बात कहीं। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया आदि ने जिला प्रशासन पर शासकीय कार्यक्रमों का भाजपाईकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में सांसद श्री भूरिया को इस शासकीय कार्यक्रमं की न तो कोई सूचना दी गई और न ही न ही निर्वाचित जनप्रतिनिधि के प्रति सम्मान दिखाया गया है । जिला कांग्रेस ने सांसद के विशेषाधिकार का हनन बताते हुए इसे गंभीर माना है ।
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