राष्ट्रीय सेवा योजना एक बहुआयामी मंच है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी अपनी क्षमता और व्यक्तित्व को निखारते हैं : डॉ. पीटर डोडियार

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थांदला। राष्ट्रीय सेवा योजना एक बहुआयामी मंच है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी अपनी क्षमता वह योग्यता अनुसार काम करके अपने व्यक्तित्व को निखारते हैं, साथ ही शैक्षणिक गतिविधियों के साथ समाज व राष्ट्र सेवा में सहभागी बनते है। प्रति शैक्षणिक वर्ष में ग्रामीण क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत आयोजित होने वाले 10 दिवसीय शिविर विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों के परस्पर संबंधों में प्रगाढ़ता लाने का अवसर होता है। विद्यार्थी ग्रामीण जीवन से रूबरू होकर वहां के परिवेश को निकटता से महसूस करते हैं, स्थानीय समस्याओं के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता लाने का कार्य करते हैं, ग्रामीणों के अनुभवों से लाभान्वित होते हैं, वहीं ग्रामीण जनों को विद्यार्थियों के माध्यम से जीवन उपयोगी वर्तमान संदर्भ की जानकारी मिलती है।

उक्त विचार महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के 53 में स्थापना दिवस के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ पीटर डोडियार ने व्यक्त किए ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पशु चिकित्सक डॉक्टर नीरज भयडिया ने अपने उद्बोधन में वर्तमान समय की पशुओं में लंफी वायरस संक्रमण की विस्तृत जानकारी देते हुए इसके प्रमुख लक्षण, देशी व एलोपैथी उपचार एवं  इसके बचाव व संक्रमण में रखी जाने वाली सावधानियों को प्रभावशाली ढंग से बताया। राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संयोजक डॉ. बी. एल. डावर ने राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत होने वाली विभिन्न गतिविधियों, उद्देश्य व उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक चिन्ह को कोणार्क के सूर्य मंदिर से लिया गया है जो यह संदेश देता है कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य समाज में व्याप्त बुराइयों, समस्याओं रूपी अंधकार को स्वयंसेवक सूर्य की भांति अपने व्यक्तित्व के तेज से समूल नष्ट करते हैं ।एन एस एस के माध्यम से महाविद्यालय के विद्यार्थी प्रतिवर्ष बेहतरीन उपलब्धियां हासिल करते हुए महाविद्यालय को राज्य व राष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित करते हैं। इस सत्र की उपलब्धियों में प्रताप कटारा का “मां तुझे प्रणाम “योजना अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय सीमा तक जाना, इस योजना के अंतर्गत सुश्री दीपिका कटारा अभी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गई हुई है ,  सुरेंद्र डामर शिलांग शिविर में   विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कार्यक्रम में प्रो.एस.एस. मुवेल, प्रो. मनोहर सोलंकी सहित समस्त शैक्षणिक एवं कार्यालय के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे  कार्यक्रम के पश्चात प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से खेल के मैदान में खरपतवार की साफ सफाई की। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के प्रभारी प्रो. एच  डुडवे ने एवं आभार डॉ मीना मावी ने माना।