थांदला। ग्रामीण क्षेत्र से अध्ययन करने के लिए आने वाली छात्राओं में आत्मरक्षा की क्षमता एवं आत्मविश्वास आवश्यक है। प्रतिदिन घर से महाविद्यालय आने में उन्हें यातायाात संबधी कठिनाईयों के अतिरिक्त संकीर्ण मानसिकता वाले लोगो की ओछी हरकतों का भी सामाना करना पड़ता है, ऐसे लोगो को मुंह तोड़ जवाब देने का साहस आत्मविश्वास से ही आता है। मनचलो को सबक सिखाने के लिए आत्मरक्षा के गुर सीखना भी आवश्यक है प्रत्येक छात्रा को घर लौट कर अपनी माता, बडी बहन अथवा परिवार की वरिष्ठ सदस्य को अपनी दिनचर्या साझा करना चाहिए। दिनभर में यदि कुछ अनचाहा, अनपेक्षित व्यवहार होता है तो यह बात पूरी स्पष्टता से घर में बताना चाहिए। क्योंकि बात छुपाने या तीव्र व त्वरित प्रतिक्रिया व्यक्त न करने पर ऐसे लोगो का होसला बढ़ता है और किसी दिन बडी दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
