एनएसयूआई पदाधिकारियों ने टंट्या मामा की प्रतिमा के नीचे दिया धरना, जयस ने भी सौंपा ज्ञापन

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झाबुआ लाइव से दीपेश प्रजापति

भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन झाबुआ के जिला अध्यक्ष विनय भाबोर आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ टांटिया मामा की मूर्ति के नीचे एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे। 

भाबोर ने बताया कि आज मध्यप्रदेश में आए दिन आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे है। सिवनी जिले में दिन आदिवासियों को इतना पीटा की दो लोगो की मौत हो गई और एक  व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। उन्होंने आरोप लगाया की बजरंग दल के कार्यकर्ताओं  के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है। आदिवासी समाज वर्षों से गो माता की सेवा करते आया है। अपने खेतों को बेलो से जोतते आया है फिर गाय का नाम ले कर आदिवासियों को क्यों मारा जा रहा है। उन्होंने कहा घटना से आज आदिवासी समाज बहुत आक्रोशित है। क्यों की इससे पहले नेमामर में 5 आदिवासी महिलाओं को मार के दफना दिया गया था। मारने वाले के तार बीजेपी के लोगो से जुड़े हुए थे। उसके बाद नीमच ने भी एक आदिवासी व्यक्ति को गाड़ी के पीछे बन्द कर सड़क पर घिसा गया। फिर इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। भाभोर ने कहा मारने वाले व्यक्ति के तार बीजेपी से जुड़े बताए गए। आज मध्यप्रदेश में कानून का राज ना होते हुए गुंडों का राज चल रहा है। लोग खुले आम कानून को अपने हाथ में ले रहे है और सरकार कुछ नहीं कर रही है। इसी कहीं घटनाएं है जिसमें आदिवासियों पर जुल्म हुए है पर शिवराज सिंह चौहान खामोश रह कर देखते रहे। इसलिए हम को एक दिन कि भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से मांग करते हुए कहा कि आप आदिवासियों पर होने वाले जुल्म को रोकने में ना काम हो इसलिए स्तीफा दे। भूख हड़ताल के दौरान करम मेडा, कमल खराड़ी, नर्वेश  अमलियार, प्रेम गुड़िया, नरू भाबर, संदीप परमार, सोनू भगोरा आदि उपस्थति थे

जयस ने भी दिया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

सिवनी जिले में आदिवासियों की हत्या से आदिवासी संगठन जयस में भी आक्रोश है। उन्होंने आरोपियों को पकड़ कर कार्रवाई की मांग करने के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। पढ़िए क्या मांग की गई है ज्ञापन में….