कलेक्टर सोमेश मिश्रा की पहल लाई रंग; हाथीपावा पहाड़ी फिर से दिखेगी हरी-भरी ….

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विपुल पंचाल@ झाबुआ Live
एक तरफ पूरा आदिवासी अंचल झाबुआ जिला जलसंकट के मुहाने पर खड़ा नजर आ रहा है, वहीं दूसरी तरफ जिले के कलेक्टर सोमेश मिश्रा शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र हो हर जगह उत्पन्न होने वाली पानी की समस्याओं को लेकर गंभीर नजर आ रहे है। बीते दिनों कलेक्टर ने पीएचई अधिकारियों, जनपद-जिला जनपद के अधिकारियों को निर्देश देकर जगह-जगह कंट्रोल रूम स्थापित कराए थे। ताकि जिले के किसी भी कोने में हर पानी की समस्या हो तो उसे तत्काल हल किया जा सके।
बुधवार को झाबुआ शहर की चर्चित हाथीपवा पहाड़ी पर कई दिनों से चल रही पानी की समस्या को कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा हल करवाया गया। यहां पानी की कमी के कारण पौधे सुख रहे थे। जब यह बात कलेक्टर मिश्रा के पास पहुंची तो उन्होंने पीएचई के अधिकारियों से चर्चा कर इस समस्या का त्वरित निराकरण के निर्देश दिए और उसके बाद 35 हार्सपावर की मोटर लगाकर पानी को हाथीपावा पहाड़ी पर पहुंचाया गया और अब सतत यहां पानी बिना किसी रुकावट के पहुंच रहा है। अब रोजाना यहां पेड़ पौधों को पानी मिलने लगेगा। कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि अगर वे किसी काम को करने की सोच बना लेते है तो फिर वो काम जब तक पूरा नहीं होता है तब तक चैन की सांस नहीं लेते। कलेक्टर द्वारा पर्यावरण की दिशा में उठाया गया यह कदम भी निश्चित ही आने वाले दिनों में हाथीपावा पहाड़ी को हराभरा करने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा।
आपको बता दे कि जब से कलेक्टर सोमेश मिश्रा यहां पदस्थ हुए थे, तब से लगाकर आज तक उन्होंने जनता से जुड़े मुद्दों पर काम किया है। जब उनकी यहां पदस्थापना हुई थी तो वह समय भी उनके लिए एक बड़ी चुनौती से कम नहीं था। कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी झाबुआ जिले में भी हुई थी, जिसे बड़ी ही सरलता और अपनी शालीन कार्यशेली की बदौलत उन्होंने जिले से इस गंभीर समस्या को दूर करने में सफलता पाई थी, नहीं तो झाबुआ जिले के भी वही हाल होते जो कि दूसरे जिलों के देखने को मिले थे। उन्होंने आक्सीजन सिलेंडरों की ऐसी संरचनाएं बनवाई की हमारे जिले ने दूसरे जिलों की मदद की ओर यह संभव हो पाया था तो कलेक्टर सोमेश मिश्रा की सक्रियता से। अब फिर से इस भीषण गर्मी में जिलेवासियों को पानी के लिए भटकना ना पड़े उसके लिए उठाए गए कदम से कहीं न कहीं जिलेवासियों के लिए एक बड़ी राहत बनकर उभर रहे है।
कलेक्टर खुद कर रहे मॉनिटरिंग-
यही नहीं कलेक्टर इस भीषण गर्मी में उत्पन्न होने वाली जल समस्याओं की मॉनिटरिंग खुद कलेक्टर मिश्रा ही कर रहे है। यही वजह है कि अगर कहीं भी उन्हें लग रहा है कि जल समस्या से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है तो वे खुद उस गांव का दौरा कर रहे है या फिर अन्य अधिकारियों को उस समस्या का त्वरित निराकरण के निर्देश दे रहे है। पेटलावद के ग्राम बावड़ी में बीते दिनों पानी की समस्या को लेकर हुआ हंगामा इसका जीता जागता उदारहरण है। जब बीते 10 दिनों से पानी की राह देख रहे ग्रामीणों ने अक्रोशित होकर पंचायत में ताला जड़ दिया था और हंगामा करने लग गए थे। जब यह ख़बर कलेक्टर सोमेश मिश्रा के नॉलेज में आई तो उन्होंने फोरन जिला पंचायत सीईओ से चर्चा कर 1 घंटे के अंदर ही पानी की समस्या को हल करवाया और ग्रामीणों के चेहरे पर पानी आते ही खुशी छा गई। अब हाथीपावा जैसी पहाड़ी पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया गए कदम से पानी की समस्या का जो निराकरण करवाया उसकी जिलेभर में भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है।

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