झाबुआ लाईव डेस्क के लिए मयंक गोयल की रिपोर्ट
प्रत्येक जीव सुख चाहता है,पर सुख प्राप्ति की राह पर कोई नही चलना चाहता।जब हम किसी को जीवन दे नही सकते तो हमे किसी का जीवन लेने का अधिकार भी नहीं है।उक्त बाते मुनि श्री पायसागर महाराज ने निराश्रित बच्चों से कही।अन्तर्वेलिया के श्रद्धानन्द निराश्रित गृह के 46 बच्चे उनके दर्शन के लिए आये थे।मुनिश्री ने बच्चों को कहा कि उन्हें शराब ,मांसाहार,तम्बाकू व अन्य दुर्व्यसनों से दूर रहने को कहा।जंक फूड, कोल्ड्रिंक आदि के शरीर पर पड़ने वाले कुप्रभाव बताते हुए इनसे दूर रहने को कहा।मुनि श्री ने बच्चों को पतंगबाजी,आतिशबाजी से होने वाली जीव हिंसा के बारे में भी बताया।
उन्होंने कहा कि दुनिया में धर्म से अहिंसा को अलग कर देने पर धर्म समाप्त हो जाएगा।इसके बाद बच्चों को अग्रवाल भवन ले जाया गया।यहाँ उनका भोजन मनोहरलाल गर्ग सिंघाना वालों की ओर से हुआ।बच्चों को ललित बंधवार की ओर से कंबल, सुजीत शर्मा की ओर से बिस्किट पैकेट,मनोज पँवार की ओर से टॉवेल, रमेश नाहर की ओर से वाशिंग पाउडर सुशील उपाध्याय की और से नगद राशि दी गई ।निराश्रित गृह के प्रमुख आर्येन्द्रकुमार वैद्य सहित समस्त स्टाफ भी उपस्थित था।दिनेश अग्रवाल, महेशचन्द्र हरसोला, मनोहर सेठिया गोपाल हरसोला संजय हरसोला संजय अग्रवाल विमल बांठिया, दिनेश राठी, सुशिल उपाध्याय, अशोक अग्रवाल, हेमेन्द्र अरोड़ा, कमल अग्रवाल, कमल पंचोली, पुरषोत्तम बंधवार सहित कई लोगो ने सहयोग दिया।