मयंक गोयल@ राणापुर
आज जिले में एकबार फिर धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। राणापुर के एक गांव में गरीब हिंदू परिवारों को प्रार्थना सभा में बुलाकर ईसाई बनाया जा रहा था। आरोप है कि ईसाई धर्म अपनाने के लिए गरीब परिवार को आरोपी पैसे का लालच दिया जा रहा था।मामले में पुलिस ने 6 लोगो पर नामजद एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता मोगा पिता हुकमा वसुनिया निवासी ग्राम पाडलवा ने पुलिस को आवेदन दिया था कि रमेश पिता मगन वसुनिया, अदिया वसुनिया निवासी गवसर, रमा पति दीवान डामोर निवासी थुवादरा, कमतु पति रमेश वसुनिया निवासी पाडलवा, साझु पति झितरा निवासी छोटा खुटाया और श्यामा पति अदिया वसुनिया निवासी गवसर ग्राम पाडलवा रहते है। उनके गांव मे फादर रमेश वसुनिया और उसकी पत्नि कमतु हर रविवार को ईसाई धर्मान्तरण हेतु रमेश के बनाये हुये चर्च मे साप्ताहिक सामुहिक सभा का आयोजन करते है। आज जब दोपहर करीब 12.30 बजे हमे रमेश पिता मगन वसुनिया, अदिया वसुनिया निवासी गवसर, रमा पति डामोर निवासी थुवादरा, कमतु पति रमेश वसुनिया निवासी पाडलवा,सामु पति झितरा निवासी छोटा खुटाया, श्यामा पति अदिया वसुनिया निवासी गवसर व बाथुसिह भाबौर, प्रकाश भाबौर, कैलाश डामोर, शंकर डामोर को चर्च में बुलाया गया था तो वह और बाथुसिह भाबौर, प्रकाश भाबौर, कैलाश डामोर, शंकर डामोर हम सभी वहा पर गए।
यहां उन पर पानी छिडकाव किया गया था और आरोप है कि फादर रमेश ने कहा कि आप ईसाई बन जाओगे तो आपको हर महिने 1000 हजार रुपये मिलेगे और एक मोटर साईकिल मिलेगी साथ मे परिवार को मुफ्त मे ईलाज किया जाएगा तुम ईसाई बन जाओ। यह बात उन्हें बिल्कुल हजम नही हुई और सभी ने थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
मामले में पुलिस ने रमेश वसुनिया, रमा डामोर निवासी थुवादरा, कमतु वसुनिया, सामु वसुनिया निवासी पाडलवा, श्यामा वसुनिया और आदित्य वसुनिया के खिलाफ मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 10 (2), 3 और 5 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।