झाबुआ। श्रीरामशरणम् समिति द्वारा शनिवार को दाहोद मे आयोजित दीक्षा कार्यक्रम मे 851 पुरूष एवं 905 महिलाओ सहित कुल 1756 व्यक्तियो ने राम-नाम की दीक्षा ग्रहण की। संतो ने कहा है कि यदि किसी अनुभवी मनुष्य द्वारा परमेश्वर का मंगलमय नाम लिया जाए तो उसका आत्मा जग जाता है और वह नाम वृतियों को मूच्र्छित करने में एक मोहन मंत्र ही माना गया है।
राम नाम की दीक्षा प्रातः 11 बजे से होगी
3 जनवरी को प्रातः 9 से 10 अमृतवाणी संर्कीतन एवं प्रवचन, प्रातः 11 बजे से राम-नाम की दीक्षा, दोपहर 3 बजे अधिष्ठान होगा, खुले सत्संग का शुभारंभ सायं 7 से 8 के बीच होगा जिसमे रामायण पाठ एवं प्रवचन होंगे। खुले सत्संग मे साधना एवं उपासना के लिये झाबुआ क्षैत्र के 22 सेक्टरो सहित नई दिल्ली, मुम्बई, नेपाल, जबलपुर, इन्दोर, रतलाम, विदिशा, डलहोजी, शाजापुर, शामगढ़, हरिद्वार, ओरंगाबाद, अलीगढ़, गुड़गांव आदि स्थानो की 779 महिलाओ एवं 862 पुरूषो ने श्रीरामशरणम् झाबुआ मे ही ठहर कर साधना हेतु पंजीयन करवाया। राम नाम की दीक्षा लेने के इच्छुक व्यक्तियो मे काफी उत्तसुकता देखने को मिल रही है प्रबंधको ने सभी प्रकार की व्यवस्थाये अलग-अलग प्रकार की समितिया बना कर की है साथ ही समिति ने धर्म प्रेमी सज्जनो से सत्संग मे संम्मिलित होने की अपील की है