सिर्वी समाज ने धूमधाम से मनाया आईमाता जी का जन्मोत्सव; निकली शोभायात्रा…..

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सलमान शैख@ पेटलावद

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते एक बार फिर से त्योहारों में खलल पड़ रही है। हालांकि पिछले वर्ष से इस वर्ष मिली छूट की वजह से लोग अपने-अपने त्योहार हर्षोल्लास के साथ मना रहे है।
भादवि बीज के मौके पर क्षत्रिय सिर्वी समाज ने आईमाता का प्राकट्योत्सव धूमधाम से मनाया। यात्रा में शामिल समाजजन भजन गाते और आईमाता का जयकारे लगाते चल रहे थे। शहर सहित अंचल में आईमाता का प्राकट्योत्सव मनाया गया। शहर में आईमाता जी की सवारी निकाली गई। कई वर्षो बाद सिर्फ ढोल-मांदल के साथ ही शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा में न तो बैंड-बाजे शामिल हुए और न ही डीजे और न ही सैकड़ो की संख्या में समाजजनों ने शिरकत की। सिर्फ औपचारिक तौर पर शोभायात्रा निकाली गई। पूरा नगर आईमाता के जयघोष से गूंज उठा। महिला-पुरूषों ने जगह-जगह गरबा नृत्य किया। घोड़ी नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। समाजजनों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर जुलूस में शिरकत की। आईमाता के मंदिर पर आकर्षक साज सज्जा नवयुवक मंडल ने की। शोभायात्रा व झांकी का नगर के विभिन्न स्थानो पर स्वागत व पूजन किया गया।
आयोजित हुआ सम्मान समारोह-
भादवी बीज के महोत्सव के अवसर पर दानदाताओं एवं कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डीपी परमार साहब, नानाजी चैधरी, नारायणजी कोटवाल, समाज के जिला अध्यक्ष मुकेश परमार, पेटलावद नगर अध्यक्ष बंटी पडियार, उपाध्यक्ष मुकेश परिहार आदि कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस अवसर पर माताजी का भंडारा आयदान मानाजी परमार की ओर से किया गया। वहीं संपूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा एवं संचालन मोहन सोलंकी जमादारी द्वारा किया गया।

मंदिर में लगाई गई बोलियां-
मंदिर पर ध्वज चढ़ाई बोली 3501 रुपये नारायण धन्नाजी कोटवाल, गादी चढ़ाई आईदान जी माना परमार 21000 रुपये, माता जी को रथ में बिठानाश्री मांगीलाल पूरा जी हामड ने 2200 रुपए, माता जी को हार चढ़ाई मोहन मोती जी सोलंकी 1100 रुपए, माता जी को चवर ढुलाई गोपाल रामाजी लछेटा 601 रुपए, आरती में घंटी घड़ियाल बाबूलाल राजाराम जी परमार 2101 रुपए, माता जी की महाआरती सोहनलाल ओटाजी पडियार 21000, माता जी का भंडारा एवं महा प्रसादी के लाभार्थी आईदान माना जी परमार द्वारा किया गया था।