मध्य प्रदेश तो मेरे मन में है – राष्ट्रसंत जयंतसेन सूरीश्वरजी

0

thandla5झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
मैं कहीं भी रहूं मध्यप्रदेश तो मेरे मन में है। यहां के भक्तों की भक्ति ही मुझे इस मालवा में खींच लाई है। यह कहना था राष्ट्रसंत जैनाआचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी मसा का। आचार्य ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो संघ और भक्त जन यहां आए है वे मेरा एक संदेश अवश्य घर-घर पहुंचाए की संघ के लोग आपसी एकता और समनवय के साथ मिलकर संघ और समाज के उत्थान का कार्य करे। आपसी एकता पर बल देते हुए आचार्यश्री ने कहा कि संगठित समाज से सभी का उत्थान होता है और यह देश को भी संगठित रखता है। उन्होंने कहा कि लंबे समय के दीर्घ अंतराल के बाद राजस्थान कि ओर से मध्यप्रदेश की पावन धरा पर थान्दला नगर के समीपस्थ ग्राम खजूरी में राष्ट्रसंत जैनाआचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वर मसा का भव्य प्रांत प्रवेश हुआ। आचार्यश्री के भव्य प्रवेश में मध्यप्रदेश शासन के मंत्री, सांसद, विधायक सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। अतिथियों ने आचार्यश्री को कांबली ओढ़ाकर संम्मान-सत्कार किया। सकल संघ कि ओर से अतिथियों ने आचार्य श्री को स्वर्णीम मध्यप्रदेश गौरवशाली श्रीसंघ का नक्शा भेंट कर उसकी स्पर्शना की विनंति की। धर्म सभा को संबोधित करते हुए संत सिद्धरत्न विजयजी मसा ने कहा कि आज का दिन खास इसलिये भी है कि मालवा की धरा को स्पर्श करते ही आचार्यश्री के स्वास्थ्य में दिव्य ऊर्जा का संचार हुआ है। यह मध्यप्रदेश के समस्त भक्तों का ही प्रभाव है कि आचार्य श्री प्रतिकूल स्वास्थ्य होते हुए भी 3 घंटों से ज्यादा समय तक धर्मसभा में विराजित रहे।
अपने अध्यक्षिय उद्बोधन में मध्यप्रदेश के त्रिस्तुतिक संघ के अध्यक्ष सुरेश तांतेड़ ने कहा कि गुरूदेव का व्यक्तित्व ही एक उपमा बन गया है। जैन समाज के इतिहास में आचार्य श्री के दिव्य व्यक्तित्व के कारण ही मध्यप्रदेश के 86 संघ की अगवानी में आचार्य भगवंत का ऐतिहासीक मंगल प्रवेश हुआ। आपकी पावन छत्र छाया में मालवांचल के सकल संघ स्वर्णीम उॅचाइयों को छुते हुए एक नई दिशा की ओर प्रगतिशील होंगे इसका प्रत्यक्ष उदाहरण पूरे मध्यप्रदेश के संघ का यहॉ उपस्थित होना है। आपको मध्यप्रदेश लाने का हमारा एक और प्रयोजन है कि आचार्य श्री आशीर्वाद से 27 से अधिक मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा करवाना है। सुरेश तांतेड़ ने बताया कि आगामी 10 जुलाई को रतलाम शहर में आचार्य श्री का भव्य मंगल प्रवेश होना है इसके लिये आप सकल संघ आचार्य श्री की भव्य अगवानी के लिये रतलाम शहर पधारें। धर्म सभा में राजेन्द्र नवयुवक प्ररीषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेशजी धारीवाल, शिक्षा मंत्री पारस जैन, रतलाम विधायक चैतन कश्यप सहित समस्त आगंतुक अतिथियों ने अपने विचार रखते हुए आचार्य श्री के मंगल प्रवेश का स्वागत किया और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। धर्मसभा का कुशल संचालन अखिल भारतीय राजेन्द्र नवयुवक मण्डल के राष्ट्रीय महामंत्री मोहित तांतेड़ ने किया। थांदला श्री संघ के विनय छिपानी ने बताया कि आचार्य श्री थांदला, मेघनगर, झाबुआ की स्पर्शना करते हुए मोहन खेड़ा पधारेंगे।
राष्ट्रसंत की भव्य अगवानी में ये रहे उपस्थित
मध्यप्रदेश शासन के शिक्षा मंत्री पारस जैन, रतलाम झाबुआ सांसद कांतिलाल भूरिया, वाधजी भाई बोहरा, चैतन कश्यप, सुरेन्द्र लोढ़ा, अशोक श्रीमाल, रमेश धाड़ीवाल, श्रीमती अंगुरबाला सेठिया, पद्मा सेठ, राजेन्द्र सुराणा, अभय बरबेटा, सुशील गिरीया, सुरेश जैन (पप्पू भैया), रतनसिंह भाभर, लक्ष्मीनारायण पाठक, निर्मला भूरिया, बंटी डामोर, शैलेष दुबे सहित कई जनप्रतिनिधि, पत्रकार व हजारों की संख्या में भक्त मौजूद थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.