पांच दिवसीय पतंजलि योगपीठ हरिद्वार रोगों से बचने के लिए ग्रामीण कर रहे योगा

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रितेश गुप्ता, थांदला
थांदलारोड समीप ग्राम आमली फलिया में चल रहे पंच दिनी योग शिविर 21 से 25 दिसंबर तक पतंजलि योगपीठ हरिद्वार एवं ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से आए हुए योगाचार्य आचार्य विश्वामित्रार्यजी के कुशल नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण लाभ ले रहे हैं। आचार्यजी ने बतलाया की योग से असाध्य रोगों का निदान हो जाता है शरीर में व्याप्त अनेक व्याधियां समाप्त हो जाती है। 3 वर्ष की आयु से बच्चे प्राणायाम एवं सूक्ष्म व्यायाम कर सकते हैं एवं वृद्ध पुरुष भी अंतिम श्वास तक प्राणायाम अवश्य करें बच्चों को आसनों का अभ्यास 5 वर्ष की आयु से प्रारंभ करनी चाहिए। क्योंकि बच्चों का शरीर लचीला होता है। बच्चों का एक्सरसाइज बहुत ही आवश्यक है, 5 से 10 वर्ष तक के बच्चों को भस्त्रिका 1 मिनट कपालभाति 5 बार बाह्य प्राणायाम 3 बार अनुलोम विलोम 5 मिनट भ्रामरी व उद्गीथ 5 बार एवं 1 से 2 प्रणव प्राणायाम अवश्य करना चाहिए इससे वे बलवान प्रज्ञावानए बुद्धिमान ए चरित्रवान, ऊर्जावान साहसी, स्वाभिमानी कर्मठ व साथी बनेंगे प्राणायाम से बच्चों का सेल्फ डीसीप्लिन एसेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ेगा प्राणायाम से बच्चों का बढ़ता है आईक्यू लेवल बढ़ेगा एवं आइसाइट हाइट अच्छी रहेगी बच्चों में गुस्सा हिंसा, अपराध उच्छृंखलता नहीं रहेगी अपितु संवेदनशील सहिष्णु प्रेम करुणा वात्सल्य से भरे हुए राष्ट्रभक्त भक्त व मातृपितृ भक्त बनेंगे। 10 से 18 वर्ष के बच्चों को भस्त्रिका 2 मिनट कपालभाति अनुलोम विलोम 10 मिनट बाद भ्रामरी उद्गीथ पांच.पांच बार एवं प्रणव प्राणायाम 2 से 3 मिनट तक अवश्य करनी चाहिए। आचार्यजी ने यह भी बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति यदि मात्र पांच 5 मिनट भी कपालभाति अनुलोम विलोम प्राणायाम करता है तो वह निश्चय ही रोग ग्रस्त व तनाव ग्रस्त होने से बच सकता है। 10 मिनट कपालभाति अनुलोम विलोम करता है तो वह भोग भोगता हुआ भी रोगी होने से बच सकता है अन्यथा बिना योग के रोग पैदा करेंगे अत: कपालभाति अनुलोम-विलोम निरंतर प्रतिदिन करता है तो शुगर अस्थमा थायराइड गैस कब्ज जैसे सामान्य रोगों से मुक्त हो जाता है। कैंसर सफेद दाग सोरायसिस अर्थराइटिस से भी संपूर्ण रोगों से निदान प्राप्त कर सकता है। योग शिविर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र में मिलने वाले अनेक जड़ी बूटियों के माध्यम से आदिवासी ग्रामीण बंधुओं को अवगत करा रहे हैं। साथ ही साथ में स्वच्छता साफ-सफाई व योग जागरण रैली के माध्यम से लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग कराया जारहा है। आचार्य जी इस झाबुआ आदिवासी अंचल में 2 वर्ष से अनवरत रूप से योग के शिविर के माध्यम से लगभग 500 गांव में शिविर व आरोग्य सभा के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य से जोडऩे का सराहनीय कार्य किया है आज के योग शिविर में माननीय धुलेसिंह, सौरभ साहू तथा अनेक ग्रामीण दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। इस शिविर का समापन 25 दिसंबर को सुबह आयुष्काम महायज्ञ के साथ समापन किया जाएगा जिसमें अनेक आचार्य गण व साधु सन्यासी उपस्थित रहेंगे ।

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