रितेश गुप्ता @थांदला
झाबुआ जिले में वर्षा ऋतु में विराट वैदिक सत्संग, 128 वाँ एवं 129 वाँ वैदिक महायज्ञ
बालवासा- घर घर यज्ञ हर घर यज्ञ के तारतम्यता में 151 परिवारों में वैदिक सत्संग करने की संकल्पना से आज 30 सितंबर 2021 को महर्षि दयानंद सेवाश्रम थांदला के तत्वावधान व ग्रामीणों के सहयोग से संचालक आचार्य दया सागर की मार्ग दर्शन में तथा आचार्य विश्वामित्र यज्ञाचार्य के ब्रह्मतत्व में महर्षि दयानंद सेवाश्रम के कोषाध्यक्ष गुलाब सिंह निनामा , कैलाश सेहलोत दयाल सिग आर्य के संयोजन में ग्राम- बालवासा के दो पारिवारों में भजन सत्संग एवं महायज्ञ का आयोजन अन्नु डामोर तथा तुरिया डामोर के निवास स्थान में किया गया। परिवार के सभी सदस्यों ने महायज्ञ में आहुतियां कर पुण्य के भागीदार बने। तत्पश्चात सत्संग का आयोजन किया गया जिसमें परिवार के सभी सदस्य व भक्तगण उपस्थित होकर सत्संग का लाभ लेते हुए जीवित माता-पिता की सेवा करने के लिए संकल्प लिया आचार्य श्री ने सभी यजमानों को संबोधित करते हुए कहा कि.. जहां स्त्रियों का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते हैं जिस घर में मां बेटी बहन बहू तथा सभी महिलाएं सुखी रहते हो उनका आदर होता हो सम्मान होता हो वहां पर सभी देवताओं का वास होता है और जहां स्त्रियों का सम्मान नहीं होता उस घर में कलह आपसी मतभेद झगड़ा एवं व अनेक प्रकार के दुख पन्ना हो जाता है इसीलिए प्राचीन काल में वेदों में स्त्रियों का सम्मान करने की बात कही गई है आज समूचे भारतवर्ष में स्त्रियों का अपमान उनके साथ दुष्कर्म करना उनके साथ व्यवहारिक अमानवी कर्म करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप उसका दुख भोगना पड़ता है हमारे आदर्श श्री रामचंद्र जी श्री कृष्ण चंद्र जी ने स्त्रियों का बहुत ही सम्मान किया था ।भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण के आदर्श को हम सब को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और घर के सभी महिलाओं का सम्मान करें उनको अच्छे संस्कारों से सुसज्जित करें जिससे आने वाली हमारी पीढ़ी वैदिक धर्म वैदिक संस्कृति की ओर अग्रसर हो क्योंकि कहा गया है “माता निर्माता भवति” माता निर्माण करने वाली होती है वह बच्चों का निर्माण करती है पति का निर्माण करती है तथा घर का सृजन करती है अतः हम सबके पहला गुरु मां ही होती है अर्थात स्त्रियां ही होती है इसीलिए प्रत्येक स्त्रियों का सम्मान हम सब को करना चाहिए।आज के कार्यक्रम में दयाल सिंह आर्य कालू सिंह डामोर तुरिया डामोर रूपा डामोर अनु डामोर विजय डामोर मसूल डामोर सांवरिया भगत मल सिंह डामोर बालवासा ग्राम के सरपंच मन्नू डामोर, आदि सैकड़ों भक्त गण उपस्थित रहे।