नौ दिवसीय महोत्सव में 12 को शोभायात्रा व रामनवमी पर होगी प्राण-प्रतिष्ठा

अर्पित चोपड़ा, खवासा

कस्बे में पाटीदार समाज द्वारा नवनिर्मित श्री राम मंदिर में श्री राम जानकी दरबार, मां अंबे और मां उमिया की प्रतिमाओं की होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा का महोत्सव आज से शुरु होगा। नौ दिवसीय महोत्सव में पंचकुंडात्मक शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार को हेमाद्री, गणेश पूजन, कलश यात्रा और घट स्थापना के साथ शुरू होगा। मंगलवार शाम करीब 5 बजे पाटीदार समाज द्वारा बस स्टैंड स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर पर ध्वजा, ध्वजदंड व घंटी चढ़ाई जाएगी। बुधवार को देव आवहान, मंडप प्रवेश व ब्राह्मण वरण होगा। गुरुवार को नित्य देव पूजन, अग्नि प्रवेश, ग्रह मद्य, मूर्ति जलाधिवास का आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ 12 अप्रैल को नित्य देव पूजन के साथ ही हवन यज्ञ पूजन व मूर्ति नगर भ्रमण के लिए शोभायात्रा निकाली जाएगी। जो कस्बे के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरेगी। वही 13 अप्रैल को देव पूजन महायज्ञ मूर्ति धान्यदिवास, 14 को दुर्गा महायज्ञ पुष्पाधिवास, 15 को दुर्गा महायज्ञ, फलाधिवास, 16 को गंगाजल यात्रा, मूर्ति महायज्ञ व मूर्ति सुखाधिवास की विधि की जाएगी। वहीं अंतिम दिन 17 अप्रैल को रामनवमी पर प्राण-प्रतिष्ठा सुबह 8 बजे होगी। जिसके बाद यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ ही महाआरती व महाप्रसादी का आयोजन पाटीदार समाज द्वारा किया जाएगा। इस दिन नगर बंद कर सभी कार्यक्रमों में सहभागिता की अपील भी की गई है। वही चैत्र नवरात्रि पर्व पर घट स्थापना के साथ गरबों का आयोजन किया जाएगा।

एकजुट दिखाई दे रहा समाज

इस बहुप्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का मुख्य आयोजक खवासा का पाटीदार समाज इस समय जबरदस्त एकता में बंधा दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम से संबंधित हर एक गतिविधि में समाजजन बढ़ चढ़कर भाग ले रहे है। मुख्य ध्वजा चढ़ाने, मूर्तियों को विराजमान करने सहित पूरे प्रतिष्ठा महोत्सव के विभिन्न अनुष्ठान और कार्यक्रम को लेकर समाजजनों द्वारा बढ़ चढ़कर बोलियां ली गई। स्थानीय समाज द्वारा 70 लाख से अधिक की बोलियां बोली गई है। प्रतिष्ठा महोत्सव में खवासा के सर्वसमाज के साथ – साथ बाहर से भी समाजजनों, रिश्तेदारों को आमंत्रित किया गया है।

अपार उत्साह, खवासा राममय

इस बहुप्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर पाटीदार समाज ही नहीं वरन सम्पूर्ण समाज में उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है। इसके लिए आयोजकों ने विभिन्न तैयारियां की है। इसके लिए ड्रेसकोड (एच्छिक) भी तैयार किया गया है। कस्बे के प्रवेश मार्गों पर स्वागत द्वार लगाए गए है। प्रतिदिन संध्या फेरी भी निकाली जा रही है जिसमे बड़ी संख्या में ग्रामवासी शामिल हो रहे हैं।

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