आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती के उपलक्ष्य में एकात्मक पर्व का आयोजन हुआ

May

थांदला। विकासखंड थांदला के जनपद सभाकक्ष में आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती के उपलक्ष्य में एकात्म पर्व पर आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष और मध्यप्रदेश शासन में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भरत दास बैरागी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमित शाह संभाग समन्वयक जन अभियान परिषद ने की। मुख्य वक्ता प्रोफेसर आनंद दुबे और विशेष अतिथि प्रोफेसर डॉ सुनीता राज सोलंकी शासकीय महाविद्यालय थांदला, आजाद युवा मंडल युवा मित्र मंडल अध्यक्ष संजय भाबर, समकित तलेरा जिला समन्वयक जय दीक्षित उपस्थित रहे। 

शुभारंभ अतिथियों द्वारा आदि गुरु शंकराचार्य जी के चित्र पर माल्यर्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। आजाद युवा मित्र मंडल के अध्यक्ष संजय बाबर द्वारा क्षेत्र में जीर्ण शीर्ण मंदिरों का पुनरुद्धार हेतु बैरागी से निवेदन किया गया तथा उन्होंने पूर्ण जानकारी पूर्ण उद्धार करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भरत दास बैरागी द्वारा  प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया की आदि गुरु शंकराचार्य जी ने 8 वर्ष की उम्र में ही सन्यास ले लिया और पूरा जीवन जन जाति वर्ग को समर्पित कर दिया । समाज मे गरीब दुखियों की मदद करना सच्चे सामाजिक कार्यकर्ता काम है ।कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता आनन्द दुबे ने कहा की वर्तमान समय में भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के लिए शंकराचार्य जी की पुनः, आवश्यकता है। डॉक्टर सुनीता सोलंकी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज ऐसी माताओ की आवश्यकता है जो शंकराचार्य और विवेकानंद को जन्म दे सके।  जिला समन्वयक जय दीक्षित द्वारा भी आदि गुरु शंकराचार्य के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला व उनके बताए मार्ग पर चलने के बारे में कहा। संचालन पवन नाहर ने किया। आभार प्रदर्शन विकास खण्ड समन्वयक वर्षा डोडियार द्वारा किया। कार्यक्रम में प्रस्फुटन समिति सदस्य नवांकुर संस्था प्रतिनिधि कोरोना वालेंटियर सीएमसीएलडीपी स्टूडेन्ट कमजी कटारा, अजय परमार, यशवंत बामनिया, गंगाराम निनामा, सीलु मईडा, शान्तिलाल मईडा, अमित वसुनिया, हवसिंग कटारा, पारू डामोर उपस्थित थे।