अधिक्षिका के अभाव में छात्रावास पर लगे ताले; छात्राओं को हॉस्टल से छुट्टी देने के आदेश से छात्राएं परेशान
रितेश गुप्ता@थांदला
थांदला – नगर में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए बनाया गया कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में रहने वाली 100 छात्राओं की शिक्षा अधर में लटकती हो नजर आ रही है । एक आदेश के अनुसार छात्राओं को 26 नवंबर से वार्डन की व्यवस्था ना होने तक घर जाने का आदेश दिया गया है । ऐसी स्थिति में छात्राएं जिनमें से कुछ थांदला शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्यनरत है और कुछ मछली माता मॉडल स्कूल में अध्ययनरत हैं रहने की व्यवस्था ना होने के कारण स्कूल छोड़कर घर जाने को मजबूर हो गई है ।
कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास थांदला की छात्राओं द्वारा झाबुआ जिला कलेक्टर को छात्रावास अधिक्षीका द्वारा छात्रावास में भर्ती किए जाने हेतु फीस लिए जाने , भोजन सही प्रकार से नहीं मिल पाने एवं छात्राओं से बातें करने बाबत की गई शिकायत के उपरांत जिला शिक्षा अधिकारी श्री ओझा थांदला पहुंचे वह छात्रावास का निरीक्षण किया गया जिसके पश्चात 26 नवंबर को समस्त छात्राओं को सूचित किया गया कि छात्रावास में वार्डन की व्यवस्था ना होने का कारण बताते हुए छात्राओं को वार्डन व्यवस्था ना होने तक छात्रावास से छुट्टी करने का निर्देश दिया गया । छात्रावास में अध्ययनरत छात्राओं का कहना है कि स्कूल के बाद उन्हें घर जाने का आदेश मिला है । जबकि स्कूल के बाद में कोचिंग भी जाना होता है वह उनके घर थांदला नगर से 10 या 15 किलोमीटर की दूरी या उससे भी अधिक की दूरी पर हैं जिस कारण रोजाना आना-जाना करना कठिन होगा छात्राओं ने मांग की कि शीघ्र ही वार्डन की व्यवस्था की जाए ।
ज्ञात हो बीते कुछ दिनों से छात्रावास में चल रही अनियमितता के चलते छात्राओं द्वारा शिकायत की थी कि अधिक्षीका मनीषा जैन खराब भोजन दिए जाने वह छात्राओं से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया गया था ।
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