अर्पित चोपड़ा, खवासा
आगामी 28 अप्रेल को प्रसिद्ध जैन संत आचार्य भगवंत पूज्य गुरुदेव श्री उमेशमुनिजी “अणु” के आज्ञानुवर्ती, धर्मदास गण नायक बुद्धपुत्र पूज्य प्रवर्तक पूज्य श्री जिनेन्द्रमुनिजी मसा के मुखारविंद से जैन भगवती दीक्षा अंगीकार करने जा रहे मुमुक्षु श्रेयांश भाई चौरडिया का आज श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ खवासा द्वारा बहुमान किया गया। जैन धर्मशाला पर आयोजित बहुमान सभा को संबोधित करते हुए श्रेयांश भाई ने कहा कि संयम का मार्ग भगवान ने स्वयं भी ग्रहण किया था मैं भी उन्हीं के मार्ग पर चरण बढ़ा रहा हूँ। संयम के बिना शाश्वत सुख को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। हर व्यक्ति में संयम ग्रहण करने का सामर्थ्य नहीं होता है किंतु भाव हमेशा ही संयम ग्रहण करने के होने चाहिए। संयम के बिना मुक्ति संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पर्युषण पर्व पर स्वाध्याय सेवा देने की शुरूआत खवासा से ही की थी।

मुमुक्षु श्रेयांश भाई ने सभा को अपने दीक्षा आयोजन में पधारकर आशीर्वाद देने का आग्रह किया।
श्री संघ के सदस्यों ने शॉल ओढ़ाकर श्रेयांश भाई का बहुमान करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की। सभा का संचालन श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष कमल चोपड़ा में किया। इसके पहले श्रेयांश भाई अपने माता-पिता कल्पना बहन अरुण चौरडिया एवं परिजनों सहित राजमल शैतानमलजी चोपड़ा के निवास पधारे और आतिथ्य ग्रहण किया। चोपड़ा परिवार द्वारा उनका शॉल और माला से बहुमान किया गया।

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