शिक्षक दिवस पर शिक्षको को किया सम्मानित

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योगेन्द्र राठौड़ सोंडवा
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प्रख्यात शिक्षाविद महान दार्शनिक भारत रत्न राष्ट्र् निर्माता प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वोपल्ली राधाकृष्ण‍न के जन्म दिवस के शुभ अवसर एवं शिक्षक दिवस पर सोण्डवा में विकास खण्ड स्तरीय शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । जिसमें शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले, शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के विशेष प्रयास करने वाले, शाला का नियमित संचालन, शतप्रतिशत नामांकन एवं ठहराव के विशेष प्रयास, स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट कार्य, बुस्टर कार्यक्रम एवं दक्षता उन्‍नयन में विशेष प्रयास, स्कूल चले हम अभियान में उत्कृ्ष्ट सेवा योगदान के साथ ही विभिन्न् गतिविधि के माध्यम से नवाचारी शिक्षको तथा शिक्षा के क्षैत्र में उत्‍कृष्‍ट योगदान करने वाले विकास खण्ड के 85 शिक्षको को संगोष्टि कर फुलमाला, तिलक लगाकर एव्ं प्रस्शति पत्र देकर सम्मानित किया गया । साथ ही सेवा निवृत्त शिक्षक श्रीमती भुरलीबाई मण्डलोई, मानसिंह ठकराव एवं गतवर्ष राज्य्पाल से पुरूस्कार प्राप्त शिक्षक छितुसिंह बामनिया कमावि छकतला को श्रीफल एवं सॉल से सम्मानित किया गया । कार्यक्रम के पूर्व डॉ राधाकृष्णन एवं मॉ सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलित कर अतिथियो द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । स्वा‍गत भाषण बीएसी सागरसिंह निंगवाल ने दिया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी डीएस सोलंकी ने कहा की शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता है । अपनी पहचान के माध्यम से समाज में शिक्षा के दीप जलाकर जनजाग्रति लाना का प्रयास करे, और शिक्षक अपनी ईमानदारी के साथ कर्तव्यो का निर्वहन कर राष्ट्रनिर्माण का कार्य करे । साथ ही अगले वर्ष् राज्यपाल एवं राष्ट्रपति पुरूस्कार प्राप्‍त करने हेतू प्रयास करें । बीआरसी भंगुसिंह तोमर ने कहा कि राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए सतत शिक्षा का दीप जलाकर अज्ञानता से अंधकार को दूर कर छात्रो के जीवन को आलोकित करने के लिए आज के समय में शिक्षक के सामने ज्ञान, संस्कार, सृजनात्मकता तथा नवाचार के माध्यम से वर्तमान परिदृष्य एवं चुनौतियो के बीच काम करते हुए अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहते हुए कार्य करने हेतू प्रेरित किया एवं सभी को उज्ज्वल भविष्य की कामना की । कार्यक्रम को संकुल प्राचार्य छकतला सत्येन्द्र चावडा, छितुसिंह बामनिया, एचएम खुमानसिंह मण्डलोई, हाईस्कूल प्राचार्य केशरसिंह चौहान, शिक्षीका पूर्णिमा व्यास, हेमलता दिक्षित, अमरसिंह चौहान, अशोक वाणी, जन्दू पराड एवं जनशिक्षक हुकुमसिंह वर्मा ने भी संबोधित किया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए बीएसी रायसिंह अवास्याा ने कबीर दास के दोहे के माध्‍यम से ‘’कबीरा जब हम पैदा हुये जग हंसे हम रोये, ऐसी करनी कर चलो हम हॅसे जग रोये ।। वाक्‍य के साथ समापन किया एवं आभार कलसिंह डावर ने माना । इस अवसर पर समस्त संकुल प्राचार्य एवं जनशिक्षक तथा सम्‍मानित होने वाले शिक्षक उपस्थित रहे ।

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