झाबुआ लाइव के लिऐ राणापुर से के नाहर की खोजी रिपोर्ट ।
एक हफ्ते बाद भी पुलिस पीकू सेवला पटलिया की मौत की पहेली हल नहीं कर सकी। विगत सोमवार को पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने यहाँ पहुंचकर मौका मुआयना किया।उन्होंने मृतक के परिजन से चर्चा कर घटना की जानकारी ली।आश्चर्य जनक बात ये है कि पुलिस अब तक कोई सुराग भी नही ढूंढ सकी है।उधर मृतक की पत्नी व घटना की इकलोती चश्मदीद अंजना अपने मायके दसई चली गई है।बताया गया कि बीते शनिवार को एस डी ओ पी द्वारा उससे पूछताछ की गई थी।दोपहर में उसने आत्महत्या करने की धमकी दे दी थी।उसके बाद उसके परिजन उसे पुलिस थाने ले गए थे।जहाँ से पुलिस ने उसे उसकी माँ के साथ भेज दिया था।पुलिस द्वारा उससे पूछताछ में बरती गई नरमी से पुलिस की कार्रवाई पर प्रश्न उठ रहे है।
ये उठ रहे है प्रश्न-
1 मृतक की पत्नी घटना की चस्मदीद गवाह है तो पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज क्यों किया?
2 जब वह बार बार अपने बयान बदलती रही तो पुलिस ने उसके साथ सख्ती के बजाय नरमी क्यों बरती?
3 जब मृतक के परिजन व घटना की परिस्थितिया उसके प्रतिकूल थे तो पुलिस ने उसे मायके क्यों जाने दिया?