झाबुआ लाइव के लिए राणापुर से मुकेश परमार की रिपोर्ट-
तीन दिनी प्रतिभा पर्व के अंतिम दिन आनंद उत्सव मनाया गया। इस दौरान विकासखंड की स्कूलों में विद्यार्थियों का उत्साह चरम पर रहा। बच्चों के लिए खेलकूद स्पर्धाएं हुई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों अपनी प्रतिभा का नैसर्गिक प्रदर्शन किया। प्राथमिक विद्यालय मदनकुई में आनंद उत्सव में बच्चो का जोश देखते ही बनता था। विशेष अतिथि के रूप में बीआरसी मनीष पंवार मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की तस्वीर पर दीप प्रज्जवलन। अतिथियों पुष्पहार से स्वागत हुआ। बालिका बचाओ अभियान पर लघु नाटिका छात्राओं ने प्रस्तुत की। बंदर और टोपीवाले की कहानी सुनकर छात्र लोटपोट हो गए। मां खादी की चादर दे दे मैं गांधी बन जाऊंगा कविता सुनाकर एक छात्र ने माहौल में राष्ट्रीयता का भाव भर दिया।इसके बाद अनेक छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विद्यार्थियों को अतिथियों के हाथों पुरस्कार व प्रशंसा पत्र दिए गए। अपने उद्बोधन में मनीष पंवार ने आनंद उत्सव का पूरा आनन्द उठाने को कहा। संस्था प्रधान अनीता शुक्ला ने बच्चों को अच्छी तरह से पढ़ाई कर स्कूल का नाम रोशन करने को कहा। संस्था स्टाफ हर्षा डाबी, गणेश रोझ, लीला मावी की मेहनत की सराहना की। बीएसी दुलेसिंह भाभर, एसएमसी अध्यक्ष गीता, मानसिंह आदि उपस्थित रहे। इस दौरान बच्चो को विशेष भोज कराया गया। उधर कन्या शिक्षा परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। मुख्य अतिथि कमलेश नाहर व बीआरसी मनीष पंवार ते। छात्राओं ने दिव्यांग बच्चों पर आधारित लघु नाटिका भी पेश की। कमलेश नाहर ने कछुआ व खरगोश की कहानी बताते हुए लक्ष्य प्राप्ति के लिए निरंतरता को आवश्यक बताया। पंवार ने छात्राओं से कहा कि पूरी मेहनत कर अपने मां-बाप के सपने साकार करे। इसके बाद प्रतियोगिता में विजेता रही छात्राओं को प्रमाण पत्र व पुरस्कार दिए गए। अंचल की स्कूलों में चेयर रेस, नींबू रेस, दौड़ आदि स्पर्धाएं हुई।