कुंवर हर्षवर्धसिंह परिहारों, राणापुर
आज जयस रानापुर जिला झाबुआ ने जंगलों के निजीकरण के विरोध में ज्ञापन दिया और किया विरोध प्रदर्शन जयस रानापुर के अध्यक्ष राकेश डामोर ने बताया के हमें न्यूज समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी मिली मध्यप्रदेश वन विभाग के मुख्य अधिकारी आशिम श्रीवास्तव ने सार्वजनिक रूप से 37 लाख हेक्टेयर वन भूमि 60 सालों के लिए लीज पर, निजी हाथों में ठेके पर देने की सार्वजनिक घोषणा की है।
जिससे जंगल में रहने वाले हम आदिवासी कहां जायेंगे निजी हाथों में जंगलों का संरक्षण नहीं विनाश होगा क्योंकि कंपनी वाले उनकी मन मर्जी से वहां के पेड़ों को नुकसान पहुंचाएंगे विनाश करेंगे खदान खोद कर जमीन को अधिग्रहित करेंगे हमारे आदिवासी जो जंगलों में वर्षों से निवास कर रहे हैं उन्हे बेदखल करेंगे उनकी आजीविका पर रोक लगाएंगे क्योंकि आज हमारे आदिवासी जंगलों से मिलने वाली वस्तुओं से अपना रोजगार चला रहे हैं तेंदू पत्ता, गोंद, जड़ी बूटियां कई पौधे जिनसे रोग ठीक किए जाते हैं ऐसे कई रोजगार कहें या अपने रोजमर्रा के काम जगलों पर निर्भर है जंगलों के निजीकरण से हमारे आदिवासियों की जीवन शैली अस्तव्यस्त हो जायेगी इसलिए आज हमारे संगठन ने जयस राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा जी के आव्हान पर पूरे प्रदेश में ज्ञापन देकर विरोध प्रदर्शन किया ज्ञापन राज्यपाल के नाम तहसीलदार महोदय रानापुर जिला झाबुआ को दिया। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष रानापुर जयस राकेश डामोर ब्लॉक उपाध्यक्ष अजमेर सिगाड़,ब्लॉक उपाध्यक्ष अरविंद भूरिया,ब्लॉक महासचिव राकेश कटारा,जोवान मेड़ा, थानसिह अजनार,अतुल,अजीत, ललू ओर अन्य जयस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।