E’XCLUSIVE: गेहूं बेचने में किसानो की रूचि नही, नहीं हो रहा गेहूं खरीद केंद्रों में तौल..

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सलमान शैख़@ पेटलावद

समर्थन मूल्य पर 25 मार्च से शुरू हुए गेंहू तौल केंद्रों पर पांच दिनों में खरीद शून्य है। खरीदी केंद्रों पर सुस्त चाल है। कई केंद्र पूरी तरह से शुरू भी नहीं हो पाए हैं। कुछ केंद्र सन्नाटे पर हैं, जहां एक भी दाना नहीं खरीदा गया है। जिससे साफ जाहिर होता है कि इस बार किसानो की रूचि समर्थन मूल्य पर विक्रय करने में नही है। यही कारण है कि गेहूं खरीद केंद्र मात्र शोपीस के रुप में ही रह गये हैं। केंद्रों पर तौल नही हो रही है। वहीं विभागीय अधिकारियो का कहना है कि अभी त्योहार के कारण किसान गेहूं विक्रय करने नही आ रहे है, वहीं कई किसानो के गेहूं अभी निकल रहे है। यदि इन केन्द्रों की सुस्त रफ्तार ऐसी ही रही तो खरीद केन्द्र अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे।

दरअसल, विकासखण्ड में इन दिनों 9 केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद चल रही है, लेकिन किसान सरकारी खरीद में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं। अधिकतर किसान अपनी उपज को व्यापारियों को ही बेची रहे है। इसका मुख्य कारण है समर्थन मूल्य व बाजार भाव में ज्यादा अंतर नहीं होना। इसके अलावा किसानों को गेहूं बेचने पर भुगतान भी हाथों हाथ मिल रहा है। ऐसे में किसान व्यापारियों को गेहूं बेचने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। इसकी बानगी विकासखण्ड के 9 केंद्रो में देखने को मिली। जिसमें से मात्र 5 केंद्रो पर खरीदी शुरू हुई और 4 खरीदी केंद्रो पर अभी तक खरीदी की स्थिति शून्य है। सरकारी तौल कांटे कहीं पर सूने रहे तो कहीं पर गिनती के किसान मिले, जबकि व्यापारियों के पास गेहूं बेचने के लिए किसानों की लाइनें लगी है। किसानो का कहना है कि उन्हें पैसों का डर है कि सरकारी पैसा कब मिले। इसी वजह से हम किसान केंद्रो पर गेहूं नहीं ला रहे हैं। प्राइवेट में पैसे का विश्वास होता है सरकारी में डर लगता है कि कब मिलेगा पैसा।

समर्थन मूल्य में 1840 रुपए गेहूं का भाव, बाजार में 2300 तक बिक रहा:

सरकार द्वारा तय राशि 1840 से ज्यादा खुले बाजार में गेंहू का रेट मिल रहा है। जिससे किसान सरकारी क्रय केंद्रो पर न जाकर गेहूं को खले बाजार में ही बेच रहे है। बाजार में गेहूं के दाम 2 हजार 300 तक बीक रहा है। जबकि सरकार बोनस वगैरह मिलकार कुल 2 हजार रूपए प्रति क्विंटल गेहूं खरीदी करेगी। यही कारण है कि किसानो ने पिछले साल की तुलना में इस साल पंजीयन में अपनी कम रूचि दिखाई। वहीं पैसा तुरंत मिल रहा है। इस वजह से किसान व्यापारियों के पास गेहूं तुलवाने पसंद कर रहे हैं।

इनका कहना है-

छुट्टीयो और साफ्टवेयर नही चलने से आ रही परेशानी:

केंद्र प्रभारी सुरेंद्रसिंह चौहान के मुताबिक पिछले दिनो रंगपंचमी, सप्तमी पर्व की छुट्टीयो के कारण कई केंद्रो पर खरीदी शुरू नही हो पाई है। वहीं पोर्टल में आ रही परेशानी के कारण कुछ तकनीकी दिक्कते आ रही है। जल्द ही सभी केंद्रो पर खरीदी शुरू हो जाएगी और हम इस बार भी लक्ष्य से अधिक खरीदी करेंगे।

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