11,111 रूद्वाक्ष से श्रृंगारित की गई प्रभु की प्रतिमा
पेटलावद। पंपावती नदी के तट पर श्रद्वा और विष्वास की मजबुत डोर से पुलकित चमत्कारिक खेडापति हनुमान मंदिर नगरवासियों के लिए एक प्रमुख आस्था का केन्द्र है। प्रतिवर्शानुसार इस वर्श भी हनुमान जंयति के पावन अवसर पर यहां हवन व पुजन के साथ धर्म जागरण के विभन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
मंदिर को श्रृंगारित-इस अति प्राचीन मंदिर पर रंग रोगन के साथ विभिन्न तैयारियां युद्व स्तर पर की गई है। परिसर में होने वाले हवन पुजन के साथ मंदिर में विराजित भगवान की प्रतिमा का भी आर्कशक श्रृंगार विपीन मुन्ना जोषी द्वारा किया गया । श्री जोषी ने बताया कि इस बार 5 दिनो के अथक प्रयासों से प्रभु की प्रतिमा को रूद्वाक्ष से श्रृंगारित किया गया है। यहां विराजित वीर और दास की प्रतिमा को श्रृंगारित करने में 11,111 रूद्वाक्ष का उपयोग किया गया है।