सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए आए मरीज को नहीं मिल रही दवाइयां
झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
पेटलावद अस्पताल उल्टी व सिरदर्द से परेशान युवक सुबह 9.30 बजे से अस्पताल में आया डॉक्टर ने 12 बजे के लगभग चेक करवा कर दवाई के लिए लाइन में लगा तो शाम 4 बजे नंबर आया तो नर्स का जवाब रहा कि बाहर से दवाई ले आओ। युवक विजय के परिजन रणजीत मेड़ा का कहना है कि यदि दवाई बाहर से ही मंगवाना थी तो हमें सुबह से लाइन में क्यों लगा रखा है। सुबह ही कह देते की बाजार से दवाई लाओं और अब तक मेरे भाई का इलाज भी हो जाता और उसे आराम भी मिल जाता। इस संबंध में रणजीत के द्वारा एसडीएम हर्षल पंचोली को भी फोन कर स्थिति से अवगत कराया गया। गौरतलब है कि पेटलावद नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति काफी खराब है यह तो एक मरीज की पीड़ा है ऐसे कई मरीज है जो की बीमारी का इलाज करवाने आते है और परेशानियों का सामना करते है। मरीजों को देखभाल करने वाले स्टॉफ व डॉक्टरों की भी कमी है। बीमारियों का दौर चल रहा है। कई डॉक्टर छुट्टी पर चल रहे है जिस कारण से परेशानियां और अधिक बढ़ती जा रही है। मरीजों का कहना है कि इन स्थितियों से निपटने के लिए स्टॉफ को निर्देश दिए जाए और योजनाओं के अनुसार मरीजों को सुविधाएं दी जाए। यदि कोई दवाई अस्पताल में नहीं है और बाजार से मंगवान है तो मरीजों को पहले ही सूचित कर देवे वे दिन भर लाइन में लग कर शाम को परेशान होकर दवाई ले कर आते है तो वे आक्रोशित हो जाते है।
व्यवहार में सुधार हो-
वहीं कई मरीजों ने स्टॉफ के व्यवहार को लेकर भी शिकायते की है. मरीजों और उनके परिजनों के साथ स्टॉफ के लोगों का व्यवहार अच्छा नहीं होता है जिस कारण से कई मरीज और परिजन शिकायत भी करते है किंतु कोई कार्रवाई नहीं होती है। गुरूवार को भी रणजीत ने स्टॉफ द्वारा उनके साथ किए गए व्यवहार को लेकर भी एसडीएम को शिकायत की थी।