सलमान शैख़, पेटलावद
उत्तर भारत में हो रही भारी बर्फबारी का असर प्रदेश में भी खासा देखने को मिल रहा है। बर्फानी हवाओं ने यहां भी लोगों को जकड़ लिया है। ठंड से फिलहाल कोई राहत नहीं मिलेगी। पेटलावद शहर सहित समूचे अंचल में लोगों को 3 दिनों से शीतलहर से राहत नहीं मिली है।अचानक बढ़ी गलन ने जनजीवन पर खासा असर डाला है।
आज सुबह का नजारा ठंड के असर को खुद ब खुद बता रही है। चाहे चाय की दुकान हो या शहर के चौराहे, सरकारी दफ्तर या स्कूल हर ओर ठंड का असर साफ दिखाई दे रहा है। बच्चों से लेकर बड़े तक कंपकपाते नजर आ रहे हैं। आटो-टेंपो जैसे खुले वाहनों में लोग कंबल और लिहाफ के साथ सफर करते दिख रहे हैं। दिन चढ़ने तक जगह-जगह दिख रहे हैं। बस स्टैंड और अस्पताल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर सन्नाटा पसरा है। गिने-चुने मरीज ही दिखे।
दरअसल, उत्तरी भारत मे हो रही बर्फबारी और आसमान खुलते ही उत्तरी हवाओं का रुख मध्य प्रदेश की तरफ हो गया है। बर्फानी हवाएं चलने से धूप में भी ठिठुरन का अहसास होता रहा। शीतलहर के कारण सुबह से ही हवाएं नश्तर बन शरीर को चुभती महसूस हुई। हवाएं सर्द होने से लोग बचाव के लिए धूप खिलने के बाद भी कई जगह अलाव जला बचाव का जतन करते दिखे। तेज सर्दी के चलते शहर में सुबह 9 बजे तक भी सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। सर्द हवाओं के चलते बाजारों में भी सन्नाटा छाया रहा। सर्दी के रंगत में आने का असर आम जनजीवन पर भी दिखा। लोग सुबह से ऊनी वस्त्रों से लिपटे रहे।
*कई जगह गेहूं की फसल तबाह:*
अंचल में कई जगह गेंहू की फसल पाला पड़ने से जल गई। साथ ही चने व प्याज की फसल भी प्रभावित हुई है। तेज हवा व पाला गिरने से गेंहू के साथ ही चने की फसल भी प्रभावित हुई है। सुबह किसान जब खेत पर पहुुंचे तो देखा पाइप पर बर्फ की परत जमी थी और फसलों जल चुकी थी।
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