पंडित कमल किशोरजी नागर की कथा तैयारियां अंतिम चरण में

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06pet-03cझाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
8 दिसंबर से प्रारंभ हो ही परम पूज्य पंडित कमल किशोरजी नागर की सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा को लेकर प्रथम यजमान की बोली के लिए बैठक का आयोजन रविवार दोपहर 2 बजे कृषि उपज मंडी प्रांगण कथा स्थल पर हुआ। इस बैठक में आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए गणमान्य नागरिकों से चर्चा भी हुइ। इस मौके पर श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा समिति के प्रमुख पंडित नरेंद्र नंदन दवे ने कहा भागवत में परमात्मा के दर्शन होते है। भागवत में ही परमात्मा विराजमान है। सात दिनों तक हम इसका चिंतन, मनन कर कथा का श्रवण करेंगे। आप सभी भाग्यशाली हो जो शहर में इस धार्मिक आयोजन में भागीदार बने। समिति के विनोद पुरोहित ने कहा कि यह सर्वविदित है कि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं वनवासी अंचलों से जुडी रही है और श्रीमद् भागवत कथा स्वयं में श्रीविग्रह ही है।
प्रधान यजमान की बोली 2 लाख 71 हजार रुपए
प्रधान यजमान के लिए धार्मिक बोली में पहले एलआईसी एजेंट इंदुबाला सोलंकी ने 2 लाख 41 हजार रूपए लगाई। इसके बाद करडावद के भगवतीलाल जायसवाल ने 2 लाख 71 हजार रुपए प्रथम यजमान के लिए बोली लगाई, सर्वाधिक बोली लगाने वाले भगवती लाल जायसवाल को समिति द्वारा प्रधान यजमान का लाभ दिया गया। वहीं बैठक में सहयोगी यजमान के लिए भी धार्मिक बोली लगाई गई, जिसमें आदिवासी समाज से सिंगदेवी मातापाडा के धनराज निनामा ने 1 लाख 11 हजार 101 रूपए की बोली लगाइ। साथ ही एक ओर आदिवासी समाज से ही ग्राम गंगाखेडी के विजय सिंह सिंगाड ने 1 लाख 11 हजार रूपए बोली लगाइ। वहीं एक अन्य पाटीदार समाज से भी बावडी के जगन्नाथ पाटीदार ने 51 हजार रूपए सहयोगी यजमान के लिए बोली लगाई, अब ये सभी सातों दिन सहयोगी यजमान के रूप में लाभांवित होंगे। एक दिन हवन के लिए भी बैठक में धार्मिक बोली लगाई गई जिसमें वरिष्ठ अभिभाषक विनोद पुरोहित ने 21 हजार, भगवती प्रसाद जायसवाल ने 31 हजार, दिलीप देवडा ने 25 हजार की बोली लगाई। इसके साथ ही विभिन्न समितियों का गठन कर उन्हे दायित्व सौंपे गए।
प्रथम दिन निकलेगी अन्नपूर्णा कलश यात्रा-
8 दिसम्बर यानि कथा के पहले दिन सुबह 8 बजे से नगर के निलकंठेश्वर महादेव मंदिर से विशाल अन्नपूर्णा कलश यात्रा का निकाली जाएगी. इसकी तैयारियां पूर्ण हङ्क्ष चुकी है. समिति ने घरों घर एक नि:शुल्क टिकट का वितरण किया है। इस टिकट के माध्यम से महिला या बालिका को कलश यात्रा में कलश प्रदान किया जाएगा। कथा मंदिर से प्रारंभ होकर श्रद्धांजलि चौक पहुंचेगी जहां 12 सितंबर को हुए दर्दनाक हादसे में दिवंगत हुए क्षेत्र के लोगों को भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इसके पश्चात नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए यात्रा कथा स्थल पर पहुंचेगी।
तैयारियों जोरों पर-
वहीं 8 दिसम्बर से प्रारंभ होने वाली कथा के लिए कथा स्थल मंडी प्रांगण में तैयारियां जोरशोर से चल रही है। गुरू भक्तों द्वारा लगातार स्थल पर श्रमदान करते हुए सेवाएं दी जा रही है, धीरे धीरे आकर्षक एवं भव्य रूप से सुसज्जित होने लगा है। कथा प्रांगण के साथ मंच और गुरूदेव की कुटिया का निर्माण कार्य भी जङ्क्षर शङ्क्षर से चल रहा है भोजन शाला भी तैयार हो चुकी है।

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