झकनावदा/पेटलावद – विगत कुछ दिनों पूर्व झकनावदा मधुकन्या नदी से लगाकर राजगढ़ रोड स्थित हनुमानजी मंदिर तक रोड की स्थिति जर्जर होने से एक समाचार प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा पीडब्ल्यूडी विभाग को आदेशित किया गया था कि झकनावदा रोड की समस्या का तत्काल प्रभाव से निराकरण किया जाए। तो पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कलेक्टर की बात रखने के लिए झकनावदा उक्त मार्ग पर डंपर के माध्यम से मिट्टी डलवा दी गई जिसके बाद झकनावदा मधुकन्या नदी से लगाकर बस स्टैंड की स्थिति और भयावह हो गई। आए दिन स्थानीय बस स्टैंड से लगाकर हनुमान जी मंदिर तक दो पहिया वाहन चालक गिरते नजर आते हैं तो वहीं चार पहिया वाहन मिट्टी में गढ जाते हैं। इसके साथ ही राहगीरों को चलने में भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
*आखिर पीडब्ल्यूडी विभाग का क्या कर्तव्य है?*
पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाए गए उक्त सड़क पर जवाबदार अधिकारियों को पैच वर्क चलाकर उन गड्ढों को बारिश के पूर्व ही बंद करना था। लेकिन बारिश आने के बाद वह समाचार प्रकाशन होने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार जागे व कलेक्टर की बात रखने मात्र के लिए उक्त मार्ग के गड्ढे बंद करने के लिए मिट्टी डाल दी ताकि झकनावदा से जो 181 पर जागरूक नागरिकों द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी उसे वह बंद करवा सके। लेकिन शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत वापस नहीं लेने पर जिम्मेदार अधिकारी अब शिकायतकर्ता पर दबाव बनाकर शिकायत वापस लेने को मजबूर कर रहे हैं।
निचले स्तर के अधिकारी ही पीएम मोदी की योजना को विफल बताने में अहम भूमिका निभाएंगे
देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र जी मोदी भारत देश को नंबर वन बनाने में लगे हैं तो वहीं उनके द्वारा चलाई जा रही जन हितेषी योजना वह चाहते हैं कि गांव-गांव फलिया फलिया तक पहुंचे। लेकिन उस योजना को शासन के ही जवाबदार अधिकारी एवं कर्मचारी पलिता लगाने या उक्त योजना को लीपापोती कर दबाने में लगे हैं। मोदी जी यदि आप की योजना जमीन पर नहीं पहुंचती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी आपके ही लापरवाह एवं जिम्मेदार अधिकारियों की है।