शान ठाकुर, पेटलावद
सर्वे भवंतु सुखिनः का भाव ही पत्रकारिता है। और जो सभी के दुखों को देख सके वहीं पत्रकार है। पत्रकारीता का मूल उद्देश्य समाज को सुखी करना है। गणेश शंकर विद्यार्थी जी का अखबार आग उगलता था। अग्रेजी हुकुमत के खिलाफ आमजन की ओर से विद्यार्थी जी निर्भिकता से लडाई लडते थे। उक्त बात गणेश शंकर विद्यार्थी की 134 वीं जन्म जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में वरिष्ठ अधिवक्ता और पत्रकार वीरेंद्र व्यास ने कहीं। गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब मध्यप्रदेश के संस्थापक अध्यक्ष संतोष गंगले ‘‘कर्मयोगी‘‘,प्रदेश अध्यक्ष आशीष जैन के आव्हान पर शनिवार को नगर में आयोजित विचार गोष्ठी और सम्मान समारोह में अतिथियों के द्वारा सर्वप्रथम श्री गणेश शंकर जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया और इसके पश्चात सदस्य संजय लोढा और पियुष पटवा के द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। मंच पर संजय पी.लोढा और रणछोड भगत उपस्थित रहे।
