उमरकोट/झकनावद से सरफराज खान और जितेंद्र राठौड़
झाबुआ और धार जिले को जोड़ने वाला माही डैम मार्ग पूर्णतः जर्जर हो चुका है। झाबुआ जिले कि सीमा पर स्थित चारण कोटड़ा गांव से प्रारंभ होकर धार जिले के लाबरिया तक जाने वाले लगभग 4 किलोमीटर लंबे इस मार्ग की हालत पूरी तरह खराब हो चुकी हैं। इस मार्ग से गुजरने के लिए राहगीरों और वाहन चालको को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश में इस मार्ग से गुजरना होगा मुश्किल
बरसात अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुई है। ओर यह मार्ग अभी से आवाजाही में मुश्किल खड़ी करने लगा है। इस मार्ग की बरसात के मौसम में स्थिती और भी बिगड़ जाती हैं। वर्तमान स्थिति में उक्त मार्ग पर बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं। ओर डामर ओर गिट्टी पूरी तरह उखड़ चुकी हैं। यह मार्ग माही डैम से होकर निकलता है। जिसका निर्माण जल संसाधन विभाग ने कई वर्षों पहले करवाया था। लेकिन उसके बाद आज तक इस मार्ग की मरम्मत नहीं करवाई गई।
उज्जैन, कोटेश्वर,बीविश्वमंगल धाम तारखेड़ी जैसे तीर्थों पर आवागमन के लिए है यह मुख्य मार्ग
इस मार्ग की खराब स्थिति का सबसे ज्यादा असर विश्वमंगल हनुमान धाम तारखेड़ी,उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर, कोटेश्वर तीर्थ पर आने जाने वाले श्रद्धालुओं पर पड़ रहा है। श्री विश्वमंगल धाम तारखेड़ी झाबुआ जिले का प्रमुख तीर्थ स्थल है। जहां प्रति मंगलवार को बड़ी संख्या में दर्शनार्थ दर्शन हेतु पहुंचते हैं। इसके साथ ही इस मार्ग धार जिले के बदनावर और आसपास के कई गांव के लोग दर्शन करने आते है। इसी के साथ पास ही माही नदी किनारे स्थित श्रृंगेश्वर धाम पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध धाम है। जहां सौंदर्यकरण के लिए करोड़ों रुपयो की योजना पर काम चल रहा है।
करीब चालीस गांवों का संपर्क जुड़ा है इस मार्ग से
चारण कोटड़ा निवासीयों ने बताया कि प्रतिदिन सैकड़ो दोपहिया -चारपहिया वाहन इस मार्ग से गुजरते है। सड़क की जर्जर हालत के चलते दुर्घटना की संभावना बनी रहती हैं। वहीं किसानों का कहना है कि यही सड़क बन जाती है तो करीबन 40 गांवों के लोगों का सीधा संपर्क क्षेत्र की बड़ी कृषि मंडी बदनावर से हो जाएगा। जिससे किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। बदनावर क्षेत्र की बड़ी मंडियों में से एक है।
