ईद-उल-अजहा; अल्लाह कुर्बानी के नाम पर नीयत देखता है: ईमाम अब्दुल खालिक साहब

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सलमान शैख़@ पेटलावद
छ: हजार साल पहले पैगंबर हजरत इब्राहीम अलेह सलाम ने अल्लाह की राह में अपने बेटे को कुर्बान करने के ख्वाब को सच करने पहुंच गए तो खुदा ने उनकी कुर्बानी को कबूल कर उनके स्थान पर दुम्बे को भेज दिया। खुदा को उनकी यह कुर्बानी इतनी अधिक पसंद आई के रहती दुनिया तक के लिए वाजिब कर दी गई।
यह बाते नगर के पुराना बस स्टैंड स्थित जामा मस्जिद पर ईदुलजुहा की नजाम से पहले ईमाम अब्दुल खालिक साहब ने अपनी तकरीर में कही। मुस्लिम समाज ने सोमवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व मनाया। सुबह साढ़े 8 बजे ईदगाह पर नमाज अदा की गई। समाजजन नए वस्त्रो में जामा मस्जिद पर एकत्रित हुए।
ईमाम साहब ने लोगो से कहा कि अल्लाह कुर्बानी मांगता है, लेकिन लेता नही है। वह तो नीयत देखता है। हमें हर काम नबी के तरीके पर करना चाहिए। तब ही दोनो जहान की कामयाबी मिल सकेगी।
अल्लाह की राह में त्याग करना सिखाती है बकरीद:
ईमाम साहब ने ईदज्जुहा का महत्व बताते हुए आगे कहा बकरीद ईद-उल-जुआ या फर्ज-ए-कुर्बान का दिन भी कहते है। सालभर बकरे को पाल-पोस कर बड़ा किया जाता है और अपनी हैसियत अनुसार उसकी देखरेख करते है। उसे बकरीद के दिन कुर्बान कर दिया जाता है। इसे फर्ज-ए-कुर्बान भी कहते है। साल में दो ईद मनाई जाती है। एक मीठी ईद जो मिठास घोलती है और दूसरी बकरीद, जिस दिन अपना फर्ज अदा करने का दिन होता है। यह अल्लाह की राह में त्याग करना सिखाती है।
एक-दूसरे से गले मिलकर दी मुबारकबाद:
इसके बाद सभी ने एक-दूसरे के गले मिलकर पर्व की मुबारकबाद दी। नमाज शहरकाजी हाजी निजामुद्दीन काजी ने अदा करवाई। इसके पश्चात् कुर्बानी हुई। समाज के कुछ लोग दो दिन तक कुर्बानी देंगे। समाजजनो ने नमाज के बाद ईमाम अब्दुल खालिक साहब, हाजी साहब और हापीज साहब को मुसाफा करके ईद की मुबारकबाद दी। इस मौकेपर सभी ने ईद की मुबारकबाद दी।
मांगी रब से अमन-चैन की दुआ:
ए अल्लाह हमारे मादरे वतन हिन्दुस्तान में अमन-चैन आपस में मोहब्बत, भाईचारा और खुशहाली पैदा फरमा…, ए अल्लाह हमारे मुल्क की दुश्मनों की नजर से हिफाजत फरमा और मुल्क के शरपसंद लोगों से महफूज रख..,लोगों की जान-माल और इज्जत-आबरू की हिफाजत अता फरमा.., हमारे मुल्क के अमन और भाईचारे को किसी की नजर न लगे…ऐसी दुआ ईद की नमाज के बाद मौजूद मुस्लिम समाजजन ने अल्लाह से मांगी। इस दौरान रायपुरिया, सारंगी, करवड़, झकनावदा, करड़ावद आदि जगह से भी मुस्लिम समाज केलोग यहां नमाज अदा करने पहुंचे थे। नमाज के बाद सामाजजन कब्रिस्तानो पर गए और अपने पूर्वजो जो इस दुनिया से जा चुके है उनकी कब्रो पर जाकर फातेहा पढक़र उनकी बख्शीश की दुआएं की।
प्रशासन की रही निगरानी:
प्रशासन की ओर से एसडीएम एमएल मालवीय, एसडीओपी श्रीमती बबिता बामनिया, तहसीलदार मुकेश काशिव, टीआई दिनेश शर्मा, नायब तहसीलदार जितेंद्र अलावा, श्री नायक, एसआई श्री वास्कले, नरेश ननामा, पटवारी हिम्मतसिंह देवलिया आदि व्यवस्था में लगे हुए थे। इसी कड़ी में सभी अधिकारियो ने मुस्लिम समाज के वरिष्ठजनो को ईद की बधाईयां भी दी। नगर के प्रमुख चौराहो पर ऐहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस और प्रशासन केअधिकारी-कर्मचारी पूरे समय निगरानी रखे हुए अलर्ट रहे।

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