राम कथा के पावन अवसर पर निकली विशाल कलश यात्रा, जगह हुआ कलश यात्रा का स्वागत

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भूपेन्द्र बरमंडलिया, मेघनगर
साईं मंदिर महिला मंडल एवं संस्कार भारती ग्रुप के तत्वाधान में नगर में आज राम कथा के शुभ अवसर पर हजारों कलश अपने सिर पर लिए महिलाएं एवं बालिकाओ ने इस कलश यात्रा को ओर भक्ति मय कर दिया धार्मिक गीतों ने पूरे नगर को भक्ति से सरोबार कर दिया नगर में आज विशाल शोभा यात्रा शंकर मंदिर से शुरू होकर आजाद चौक देसाई पेट्रोल पंप रेलवे फाटक साईं चौराहा होते हुए कथा पंडाल दशहरा मैदान पहुंची।
शोभायात्रा का हुआ भव्य स्वागत
शोभा यात्रा का शंकर मंदिर रोड पर केवट परिवार ने फूलों की वर्षा कर के स्वागत किया आजाद चौक पर आजाद गणेश मंडल के सदस्यों द्वारा यात्रा का स्वागत किया गया। देसाई पेट्रोल पंप पर रोटरी क्लब मेघनगर द्वारा फूलों की बरसात की गई रेलवे फाटक पर महिला गणेश मंडल टीचर कॉलोनी के सदस्यों ने शोभा यात्रा का जोरदार स्वागत किया। तत्पश्चात साईं चौराहा के पर साई मित्र मंडल के सदस्य भूपेश भानपुरिया, सचिन प्रजापत, धर्मेंद्र पाटीदार, बंटी सिसोदिया, सचिन पंचाल, प्रफुल्ल गादिया एवं मित्र मंडल के सभी सदस्य द्वारा शोभा यात्रा का ठंडा दूध पिला कर फूलों की बरसात कर शोभायात्रा का शानदार स्वागत किया। पश्चात भूपेश भान पूरिया सचिन प्रजापत बंटी सिसोदिया एवं मित्र मंडल द्वारा आचार्य पंडित नरेश शर्मा का हार पहना कर स्वागत किया।
शोभायात्रा में यह रहे आकर्षण का केंद्र
शोभायात्रा में वानर सेना एवं हनुमान जी के नृत्य ने सभी को भावविभोर करने वाला था मां कालका का नृत्य के साथ चेतक घोड़े, मिक्की माउस, बाल गणेश, नासिक पार्टी राम डीजे राजेंद्र बैंड एवं विशेष रूप से श्रीराम दरबार की झांकी श्रीराम रथ आदि बड़े उत्साह से चल रहे थे इनमें से श्री राम दरबार झांकी ने सबका मन मोह लिया। बीच-बीच में मां काली के रूप में कलाकारों ने विशेष नृत्य कर के दर्शकों का मन जीत लिया शोभा यात्रा कथा पंडाल में पूछ कर शोभा यात्रा का समापन हुआ।
रामायण शास्त्र की हुई पूजा अर्चना
कथा पंडाल में यजमान निलेश पडियार एवं पडियार परिवार द्वारारामायण शास्त्र की पूजा अर्चना गई तथा पडियार परिवार द्वारा आचार्य पंडित नरेश शर्मा का हार पहनाकर श्रीफल देकर सम्मान किया गया। प्रथम दिन आचार्य पंडित नरेश शर्मा द्वारा राम कथा का महत्त्व सुनाया गया बताया कि शास्त्रों में उल्लेख है की राम कथा सुनना नियम से आपको इस लोक तथा परलोक में भी यह कथा सुख देगी। आचार्य जी ने सभी श्रोताओं को 1 फरवरी से 1 बजे आने का निवेदन किया है नियम से कथा का सुनने का बहुत अधिक लाभ होता है शोभायात्रा में आसपास के सभी गांव अगराल रंभापुर के श्रोताओं ने भाग लिया।

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