भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
मेघनगर के निजी अस्पताल में एक महिला रमा जोगी मकवाना निवासी ढेबर पिपला को आज से कुछ दिन पूर्व अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था , डाक्टरो द्वारा जाच के बाद महिला का बच्चा दानी का ऑपरेशन किया गया किन्तु आपरेशन करने के बाद अस्पताल से महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया, किन्तु कुछ दिनों में तकलीफ होने पर पुनः निजी हॉस्पिटल मेघनगर लाये , जहां डॉक्टरों ने बड़ोदा रेफर कर दिया जहा महिला की मौत हो गई। इस मामले में परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन एव डाक्टरो पर आरोप लगाते हुवे महिला के शव को जीवन ज्योति अस्पताल में रख दिया और दोषीयो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। साथ ही घटना की सूचना के बाद 100 नम्बर मोके पर पहुची , मगर परिजन अपनी मांग पर डटे रहे उसके बाद देर रात sdop एम एस गवली की समझाइश के बाद महिला के शव को वहाँ से हटाया गया ।
जिसके बाद आज सुबह महिला का पी एम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया। इस मामले में पी एम करने वाले डॉक्टर ने अपनी बात कही ,जिसके बाद परिजनों में अस्पताल प्रबन्ध ओर डॉक्टर डामोर के खिलाफ नाराजगी प्रकट की साथ ही उचित कार्यवाही की मांग की पूर्व में भी एक महिला की मौत को लेकर रमेश डामोर ने भी मेघनगर थाने पर आवेदन देकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कि मांग की।
इनका कहना है
इस मामले में मृतक महिला के पति ने अस्पताल प्रबन्धक ओर डॉक्टर की लापरवाही का आरोप लगाया उनका कहना है कि मेरी पत्नी को यहा से बड़ोदा रेफर किया ,जहा डाक्टरो ने वहाँ ने डाक्टरो ने जांच की व किडनी में कचरा जमा हो गया है साथ ही डाक्टरो ने कहा कि लिवर काम नही कर रहा है और ऑपरेशन फेल हो गया है ।– जोगी मकवाना ,म्रतक का पति
वही ग्राम के रमेश डामोर ने अस्पताल में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुवे कहा कि मेरी पत्नी का भी आपरेशन यहाँ किया गया था मगर मात्र 21 दिनों में ही मेरी पत्नी की मौत हो गई ,ओर ऐसे में फिर अस्पताल प्रबंध की लापरवाही सामने आई ओर एक ओर महिला की मौत हो गई ,इस मामले को लेकर मेने भी मेघनगर थाने में आवेदन दिया है और कार्यवाही की मांग की ही है ।
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