लोहित झामर, मेघनगर
अणु स्वाध्याय भवन पर विराजित पूज्या श्री मुक्तिप्रभाजी म सा ने अयोजित धर्मसभा को संबोदित करते हुए फरमाया कि हमारे जीवन मे वैराग्य के भाव आये ऐसे कई निमित्त हमारे समक्ष हर समय उपस्थित रहते है। कोई विरले आत्मा होती है जो इन निमित्त को जानकर अपने जीवन को सार्थक करने के लिए आगे बढ़ जाते है। ऐसा उत्कृष्ट कार्य मुमुक्षु ललित भंसाली ने किया।
मुमुक्षु ने अपने उदबोधन में कहा मैंने जीवन का हर सुख की चाहना की और वो सब मुझे समय से पहले मिल गया पर मुझे उसमें आत्मिक सुख की प्राप्ति नहीं हई। 2012 पूज्या श्री मधुबाला जी म सा के थांदला वर्षावास से पक्खी पर्व पर उपवास का नियम लिया। पूज्य प्रवर्तक देव के 2020 के थांदला वर्षावास में पुज्य गुरुदेव के पावन सान्निध्य को पाकर जीवन के मर्म को जाना और मन में वैराग्य के भाव प्रबल हुए। आगामी 30 अप्रैल 2025 अक्षय तृतीया के पावन दिवस पर जैन भगवती दीक्षा अंगीकार करूंगा मुमुक्षु ने मेघनगर श्री संघ को दिक्षा महोत्सव पर पधारने का निमंत्रण दिया। मुमुक्षु जयकार यात्रा रविवार प्रातः 8.30 बजे श्री महावीर भवन से आरम्भ होकर मुख्य मार्ग भंडारी चौराहा, होते हुए श्री शांति सुमतिनाथ मंदिर,श्री गोड़ीजी पार्श्वनाथ मंदिर, श्री ज्ञान मंदिर पर मुमुक्षु का बहुमान उक्त सभी संस्था द्वारा किया गया। पूरा नगर मुमुक्षु के जयकारों से गुंजायमान हो गया।
