औघोगिक क्षेत्र में एक मृत गाय का शव मिला। शव पानी के होद के पास पडा था, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि गाय इस होद पर पानी पीने आई थी और पानी पीने के बाद उसकी मौत हो गयी। हम आपको बता दे कि पुर्व में मवेशियों के मरने की खबर समाचार पत्रों में समय समय पर प्रकाशित होती रही मगर उसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नही कई फेक्ट्रियो का पानी ऐसे ही बाहर निकाला जाता है और मूक पशु यह पानी पीकर मौत के आगोश में समा जाते है। गाय की मौत की सूचना के बाद गो रक्षा समिति के सदस्यो ने मेघनगर थाने पर आवेदन दिया तथा गाय की मौत किस कारण से हुई इसके लिये गाय के पीएम की मांग की । हम आपको बता दे कि यह मृत गाय पानी के होद के यहां पड़ी रही आवरा कुत्तो ने इस गाय के कान भी खा लिये मगर यहां से गुजरने वालो की निगाह। इस ओर नही पड़ी ,बाद में नगर के गो रक्षा समिति की सदस्यो ने पुलिस को सूचना दी और इस मामले में आवेदन दिया अभी तक गाय का मालिक कोन है पता नही चल पाया है।गो रक्षा समिति के सदस्यों की मांग के बाद आज मृत गाय का पी एम किया गया तथा गाय की मौत की वजह जानने के लिए उसके अवशेष को जाच के लिए भेजा गया है। गो रक्षा समिति अध्यक्ष शुभम राठोड ने बताया की मृत गाय की सुचना के बाद गो रक्षा के सदस्यों द्वारा मेघनगर थाने पर कल रात्रि में आवेदन दिया तथा आज उसका पीएम करवाया गया। इस मामले में विनय पिता शेलेश शाह निवासी मेघनगर ने भी मेघनगर थाने पर आवेदन दिया । अब रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा की गाय की मौत केसे हुई ।