आदिवासी सेवा समिति के तीन सदस्यों को न्यायालय ने भेजा जेल

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जोबट। नगर में अनाथालय छात्रावास के संचालन समिति जो की आदिवासी सेवा समिति द्वारा बीना पंजीयन के छात्रावास एवं ओल्ड हाउस संचालित हो रहा था जहाँ पिछले दिनों मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा जांच की गई जहां पर अनेक प्रकार की अनियमिता और अन्य अवैध गतिविधि के चलते अनाथालय छात्रावास को सील सील कर समिति के अध्यक्ष के साथ समिति के सदस्यों पर प्रकरण दर्ज हुआ था। जिसमें जोबट पुलिस द्वारा आज तीन लोगों को गिरफ्तार अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेजा दिया गया है।

मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा 24 और 25 जुलाई 2023 को जांच पड़ताल की थी जो कि अनियमिता की शिकायत पर जांच की गई थी और जांच के दौरान विभिन्न प्रकार की कमियों के साथ ही अवैध रूप से बीना पंजीयन छात्रावास का संचालन होना पाया जाने के साथ अन्य प्रकार की अवैधानिक सामग्री बाल आयोग की टीम को मिली थी जो की छात्रावास में निवासरत छात्रों-छात्राओं के पास से बाइबल, एक कमरे मे अवैध इंस्ट्रूमेंट, कंडोम , ऑपरेशन करने की सामग्री के साथ अन्य कई तरह की सामग्री अवैधानिक रुप से बरामद हुई थी उसी आधार पर बाल आयोग टीम के द्वारा जोबट पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज करवाया था। जिसमें की आदिवासी सेवा समिति के संचालक समिति के 10 सदस्यों पर प्रकरण दर्ज हुआ था जो की धारा 42-जेजे-8, 370 आईपीसी, मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 5 और 34 आईपीसी की धारा मे प्रकरण दर्ज हुआ। जिसमें जोबट पुलिस द्वारा संचालन समिति के शिवकुमार वाणी, महेंद्र देसला और बसंत को आज हिरासत में लेकर उन्हें जोबट न्यायालय में मंगलवार को पेश किया है। जहां से तीनों आरोपियों को न्यायालय ने जेल भेज दिया है। एक प्रकरण में आदिवासी सेवा समिति की अध्यक्ष को अग्रिम जमानत मिल चुकी है।

6 आरोपी फरार है- प्रकरण में 6 आरोपी अब भी फरार है जिनको पुलिस जगह जगह तलाश कर रही हैं।

बहुत समय बाद अचानक से जोबट पुलिस के द्वारा आरोपियों पर गिरफ्तारी की कार्यवाही नगर में जन चर्चा का विषय बना गया कि समाज सेवा का नाम से अवैध गतिविधि का संचालन कर्ताओं पर कार्रवाही आखिरकार हो ही गई ।

जोबट थाना प्रभारी आरती चराटे ने बताया कि शीघ्र ही सभी बचे आरोपियों की तलाश की जा रही है सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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