सुनील खेड़े@जोबट
डॉक्टर, नर्स को भगवान का दर्जा दिया जाता हैं जो आम इंसान इलाज कर उनकी जान बचाते हैं लेकिन जब कुछ डॉक्टर या नर्स की लापरवाही से इंसान की जान पर बन आये तब उसी भगवान रूप डॉक्टर व नर्स से विश्वास उठने लगता है। ऐसा ही एक मामला जोबट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का आया है जहां नर्स पूजा सस्तिया द्वारा 7 वर्षीय बालक हिमांशु राजेंद्र चौधरी को लापरवाही कर गलत तरीके से इंजेक्शन लगा दिया जिस कारण उसके शरीर में इंफेक्शन हो गया और उस बालक के जान पर बन आई। सवाल ये उठता है कि ऐसी लापरवाही कब तक चलेगी और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई कब होगी ।
डॉ राजेंद्र चौधरी ने झाबुआ-आलीराजपुर लाइव से चर्चा में बताया कि 6-4-20023 की रात्रि करीब 10 :30 बजे मेरे बेटे को चोट लगने की वजह से इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोबट में ले जिस था जहाँ पर ड्यूटी पर मौजूद नर्स द्वारा बगैर एयर निकाले मेरे बेटे को लापरवाही पूर्ण इंजेक्शन लगा दिया गया जिससे मेरे बेटे को इंफेक्शन हो गया और उसके कूल्हे में पस भर गया और सुज कर गुब्बारे की तरह हो गया था, अगर उसका इलाज समय रहते अन्य जगह नही करवाता तो उसकी जान भी जा सकती थी।
अंशुल के पिता डॉ. राजेंद्र चौधरी ने बताया मैं नर्स का नाम पता करने के लिए डेली अस्पताल गया, पर किसी ने नाम नहीं बताया और आज आप लोगो ने पता करके बताया है। जिसकी शिकायत में सीबीएओ जोबट, सीएचएमओ अलीराजपुर, कलेक्टर अलीराजपुर,स्वास्थ्य मंत्री, म.प्र.शासन, भोपाल को शिकायत कर रहा हूँ। ताकि पूजा सस्तिया पर कार्यवाही की जावे।
-मामला गंभीर है, मेरे पास शिकायत आते ही मैंने तुरंत पूजा सस्तिया को नोटिस जारी किया है। जांच कर जिला अधिकारी को कार्यवाही हेतु लिखेंगे।
डॉ. डावेल, सीबीएमओ जोबट