शक्तिपीठ उमावि का 37वां वार्षिक सम्मेलन में पहुंचे उप सचिव शेखर वर्मा

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अलीराजपुर के लिए जोबट से सुनील खेड़े की रिपोर्ट
जैसी दृष्टि वैसी श्रष्टि भी होती है आज यहां का जो शिक्षा के लिए विशाल दीपक जला है वहां स्तुति का कार्य है ज्ञान का वह दीपक जन जन तक पहुंचेगा। यह प्रेरणादय बातें अलीराजपुर के पूर्व कलेक्टर और वर्तमान में गृह विभाग भोपाल में उपसचिव शेखर वर्मा ने गायत्री शक्तिपीठ के 37वे स्नेह सम्मेलन के शुभारंभ के अवसर पर कहीं। वार्षिकोत्सव का शुभारंभ करते हुए उप सचिव वर्मा ने कहा कि आज संस्कार चरित्रवान और अच्छा इंसान बनने की पहली जरूरत है जो यहां के संस्कार और चरित्र वाले विद्यार्थी भविष्य में ज्ञान के इस दीपक को शिखर तक पहुंचाएंगे। आप जिले में रक्तदान और नेत्रदान अभियान को जन आंदोलन का रूप देने वाले पहले व्यक्ति के रुप में जाने जाते है। उन्होंने कहा कि इस जिले की सारी गहराई को गंभीर से देखा है तथा यहां का व्यक्ति अपने सगे भाई को रक्तदान करना नहीं चाहता था लेकिन सभी के सहयोग से रक्तदान आज हर व्यक्ति में जागृत हो गया है। वैसे ही हमारा पहला लक्ष्य था कि जिले में नेत्रदान भी एक जन आंदोलन बने और पिछड़े जिले का नाम रोशन हो। यह लक्ष्य गायत्री शक्तिपीठ के नेत्रदान संकलन केंद्र ने हासिल कर लिया यह सारा श्रेय श्री गायत्री शक्तिपीठ के संस्थापक को जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता रिटायर डीएसपी बिशन सिंह चौहान ने कहा कि आज बच्चों को धन दौलत की नहीं बल्कि संस्कारों की जरूरत है। इस अवसर पर विशेष अतिथि नरेंद्र भिंडे, प्राचार्य रविकांत वर्मा, ओम प्रकाश आचार्य, डॉ शिव नारायण सक्सेना, संस्थापक शिवराम वर्मा, जेपी शर्मा, संजय राठौड़, अशोक वाणी, अनिल श्रीवास्तव आदि ने इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती व मां गायत्री के चित्र पर पूजा अर्चन कर व दीप प्रज्वलन कर किया। वार्षिक प्रतिवेदन का वाचन प्राचार्य ने किया इसके पश्चात कला वह विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ किया जिसमें अनेक प्रकार के मॉडल बनाए गए। साथ ही मटकी सज्जा रंगोली पुष्प सज्जा हाल सज्जा का भी अतिथियों ने अवलोकन किया । कार्यक्रम में तहसीलदार अजमेर सिंह गौड़ बालकृष्ण वाणी बालकृष्ण खत्री आदि उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन रागिनी पाटिल ने किया आभार शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ डॉ शिव नारायण सक्सेना ने माना।

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