समय सीमा से पहले दुकान बंद करवाने पहुचा प्रशासन;  भडका दुकानदार कहा जेल में डाल दो,  यू भी भुख से मर रहे है

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 आकाश उपाध्याय/सुनील खेड़े@जोबट

लाॅकडाउन पर प्रशासन द्वारा जारी आदेशानुसार किराना व अन्य आवश्यक दुकानो को खोलने के लिये निर्धारित समय सीमा सुबह 7 बजे से 12 बजे तक का समय है । यह छुट का दुसरा दिन ही था की स्थानीय अटल चोक पर विवाद की स्थिती बन गई । जानकारी अनुसार थैलागाडी पर अपनी दुकान चला रहे फकरू बोहरा व उसके लडके उस समय भडक गया, जब तय सीमा 12 बजे से लगभग आधा घण्टा पहले प्रशासन की और से तेहसीलदार ने दुकान उठाने और रोड पर दुकान न लगाने को कहा। फकरू के लडके ने भरी भीड में कहा साहब कोरोना से तो मर ही रहे है अब भुख से भी मर जायेगे, हमे जेल में डाल दो वहा दो वक्त की रोटी तो मीलेगी । इसको लेकर धीरे धीरे विवाद की स्थिती बन गई और गुस्से में आकर गरीब फकरू बोहरा के लडके ने पुरी दुकान सडक पर उधल दी । आस पास मौजुद भीड दुकानदार के समर्थन में खडी होकर प्रशासन से विवाद करने लग गई । देखते ही देखते वहा भीड एकत्रीत हो गई थी की इसी बीच वहा एसडीएम श्यामबीर पहुचे व आते ही भीड को वहा से खदेडा । दुकानदार को समझाईस देने की कोशीस की व मास्क न लगाने की चालानी कार्यवाही की बात कही ।
नगर की मौजुदा हालात को देखा जाये तो छुट के दायरे में आने वाली दुकाने के अलावा भी कई अन्य दुकान भी गुपचुप तरीके से संचालीत हो रही है ऐसे में किराना व्यापारी पर तय सीमा से पहले उस पर प्रशासनिक दबाव समझ से परे है । यहा यह बताना उचित होगा की बोहरा समाज हमेशा से ही प्रशासन की हर प्रकार की गाईडलाइन का नियम से पालन करता आ रहा है वही अगर टिकाकरण की बात करे तो बोहरा समाज एक मात्र ऐसा समाज है जहा टिकाकरण लगभग 90 प्रतिशत हो चुका है । टिकाकरण के इस आकडे से ही आप अंदाजा लगा सकते है की बोहरा समाज जागरूकता के मामले में कितना सजग है । ऐसे में एक बोहरा समाज के व्यापारी का भडकना कही न कही अपने आप को प्रताडीत होने की और इशारा कर रहा है ।

12 बजे से पहले की बात है हम दुकान उठा ही रहे थे की कुछ पुलिस वाले और अधिकारी आये और दुकान उठाने का बोला तुम्हारी गाडी के गाडी ले जायेगे व कहा तुम जानवर हो की क्या हो। यह बात मेरे लडके अजीज अच्छी नही लगी और गुस्से में आया और उसने दुकान उधल दी । साहब आप मेरे घर आकर देखो मेरे 15000 रू के 5 बोरी नारीयल सुख गये है ।-फकरू बोहरा, जोबट

हमारे द्वारा एक दिन पहले ही समझाईश दी जा चुकी थी की दुकान रोड पर न लगाकर आटेल पर लगाये पर ये नही माने इस पर जप्ती की कार्यवाही करने गये तो खुद ने दुकान सडक पर उधल दी । थाने पर आवेदन देकर शासकीय कार्य मेें बाधा की कार्यवाही की जा रही है ।
*ना0ते0 निर्भयसिंह पटेल*

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