हमारे झंडे और डंडे अलग हो सकते हैं लेकिन हमारी विचार धारा एक है : शंकर बामनिया 

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जितेंद्र वर्मा, जोबट

9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जोबट मे आदिवासी समाज की ओर से ऐतिहासिक ओर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया स्थानीय टंटया मामा भील के स्मारक से एक ऐतिहासिक भव्‍य रैली डीजे की धुन पर निकाली गई जिसमे आदिवासी समाज के युवक युवतिया एक जैसे परिधान मे शामिल हुए ओर आदिवासी दिवस के ऐतिहासिक कार्यक्रम मे शामिल हुए कार्यक्रम मे भील सेना संगठन संस्थापक शंकर बामनिया भी शामिल हुए।

स्थानीय शासकीय उत्कृष्ट विधालय मैदान पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसके बाद एक सभा का आयोजन हुआ जिसमे आदिवासी समाज के वक्ताओ ने समाज मे फैली कुरोतियो के बारे मे बताया वही डीजे दहेज दारु को लेकर अपनी बात रखी वही भील सेना संगठन संस्थापक शंकर बामनिया ने समाज को सम्बोधित करते हुए कहा की हम आज विश्व आदिवासी दिवस मना रहे है ये हमारे लिए गर्व की बात है इससे पहले हमे मालुम नही था के हमारे आदिवासी समाज का भी कोई पर्व भी है संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित ये विश्व आदिवासी दिवस हम मना रहे है आप सभी आदिवासी समाज को विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक शूभकामनाए बधाई ओर एक बात समाज के लोगो से कहना चाहता हु की अपने बेटा बेटी को शिक्षा के क्षेत्र से जोडो बेटा बेटी पढेगे तो तुम्हारा ओर हमारे समाज का नाम रोशन होगा इसलिए बेटा बेटी को शिक्षा से जोड़ा जाए ओर दुसरी बात हमे नशा नही करना चाहिए अभी अलीराजपुर जिले मे आदिवासी समाज ने मिशन डी 3चलाया आप ने देखा होगा के हमारे समाज मे जब शादिया हुई तो दारु ओर डीजे का उपयोग नही हुआ आज हमारी बेटीयो की शादी मे दहेज की प्रथा प्रचलित थी जिससे बेटीयो की शादी मे बहुत ज्यादा दहेज लेने के कारण बेटीया परेशान होती थी हमने दहेज भी कम करने का प्रयास किया।

आदिवासी समाज के पढने वाले बेटा बेटीयो का हुआ सम्मान 

कार्यक्रम मे पुजारा पटेल तडवी का सम्मान किया गया वही आदिवासी समाज के प्रतिभावान छात्र छात्राओ को भी मंच से सम्मानित किया गया आदिवासी समाज के युवाओ को शिक्षा के क्षेत्र मे जाग्रत करने के उद्देश्य से छात्र छात्राओ को पढाई के प्रति जागरूकता आए इसको लेकर विश्व आदिवासी दिवस पर ये सम्मान समारोह आयोजित किया गया ।

हमारे झंडे अलग हो सकते है लेकिन हमारी विचार धारा एक है 

जोबट मे अलग अलग रैली को लेकर भील संगठन संस्थापक शंकर बामनिया ने कहा की हम सब एक है आदिवासी कभी अलग नही होते है सभी एक है हमारे झंडे अलग हो सकते है लेकिन हमारी विचार धारा एक है आज जोबट की धरती पर आदिवासी समाज ने जो ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया उससे ऐसा लगता है की एक इतिहास आदिवासी समाज ने लिखा है सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हूए शंकर बामनिया ने शासन प्रशासन से भी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मे शिक्षा के स्तर को सुधारने को लेकर अपनी बात रखी एवं जिसमें उपस्थित रमेश बघेल जी प्रदेश अध्यक्ष चतर सिंह मंडलोई प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संरक्षक केन भूरिया सुनील मेहडा जिला अध्यक्ष भील सेना प्रदीप मेहडा राजेश भूरिया प्रकाश मेहडा दिलीप कटारिया सुनील मेहडा मंत्री हीरा सिंह मिनामा थांवला भूरिया मोती सिंह बघेल समरू भाई इंदर सिंह मंडलोई प्रकश मंडलोई अमन मंडलोई बलराम मेहड़ा गजेंद्र मेहडा निलेश मेहड़ा मोती सिंह भूरिया इंदर सिंह डावर कालू मेहडा मोनू बाबा रोहित अजनार नारी शक्ति दीपेश्वरी गुथरिया शिवानी आदि उपस्थित रहे।

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