राज्यपाल व मुख्य मंत्री गैंती लेकर होंगे हलमा में शामिल, देंगे हलमा को मान

25-26 फरवरी को गोपालपुरा हवाईपट्टी पर उमड़ेगा जन सैलाब, 50 हज़ार लोग बनायेंगे जल संरचनाएं

0

विपुल पांचाल@ झाबुआ Live 

शिवगंगा द्वारा प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 25-26 फरवरी को आयोजित विशाल हलमा की तैयारियाँ अब अंतिम चरण में हैं। पिछले 4 महीनों की तैयारियों में शिवगंगा कार्यकर्ता राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश के 5 जिलों के 2 लाख परिवारों में घर-घर हलमा का निमंत्रण लेकर पहुँचे। प्रत्येक विकास केंद्र के लोगों ने अपने विकास केंद्रों व गाओं में गैंती पूजन व गैंती यात्राओं का आयोजन किया। झाबुआ, पिटोल, कल्याणपुरा नगरों में भी दिया हलमा का निमंत्रण। हलमा की तैयारियों में देश के आईआईटी, आईआईएम जैसे अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों के विद्यार्थी भी हलमा इंटर्नशिप के माध्यम से शामिल हुए।

25 फरवरी को 2000 वाहनों में तीन राज्यों के 50 हज़ार लोग गैंती, फावड़े, तगारियाँ लेकर गोपालपुरा हवाईपट्टी एकत्रित होंगे। स्थानीय लोगों के अलावा कार्यक्रम में अनेक विद्यार्थी, सामाजिक क्षेत्र, शासन, प्रशासन, उद्योग, मीडिया जगत के लोगों समेत अनेक प्रबुद्धजन शामिल होंगे।

हलमा में इस वर्ष मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री शामिल रहेंगे। मुख्यमंत्री प्रशासन के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा ले चुके हैं। आधिकारिक सूचना के बाद से प्रशासन भी इस विशाल आयोजन की तैयारियों में जुटा हुआ है।

यह रहेगा कार्यक्रम
25 फरवरी को दोपहर 12 से 4 बजे एकत्रित होंगे
4-6 गैंती यात्रा
6-7:30 : महामहिम राज्यपाल महोदय संबोधन कार्यक्रम
7:30 – 8:30 : भोजन
8:30 -10:30 : बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा, भारत माता की आरती सांस्कृतिक कार्यक्रम

26 फरवरी
7:30 बजे : महामहीम राज्यपाल महोदय द्वारा हलमा शुभारंभ
7:30-10:30 : हलमा कर जल संरचनाओं का निर्माण
11:00-12:00 : माननीय मुख्यमंत्री का उद्बोधन व समापन सत्र
12:00 – 2:00 : भोजन एवं प्रस्थान

शिवगंगा प्रवक्ता विजेंद्र अमलियार में बताया कि हलमा
आयोजन में अनेक आकर्षण के केंद्र रहेंगे। जिनमें प्रमुख रूप से :
– बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा इस वर्ष भी भारत माता की आरती प्रस्तुत की जाएगी।
– 50 हज़ार लोग गैंती, फावड़े, तगरियों के साथ निकालेंगे पथ संचलन
– झाबुआँचल की उकेरी झाँकी
झाबुआ-आलीराजपुर के पूरे भौगोलिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को जमीन पर एक झाँकी के माध्यम से दर्शाया गया है।
– शिवगंगा की संवर्धन से समृद्धि की यात्रा की चित्र प्रदर्शनी
– स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति नायकों की प्रदर्शनी
– विशाल कार्यक्रम की व्यवस्थायें देखने समझने का केंद्र रहेंगी

हलमा को लेकर व्यवस्था निर्माण का कार्य भी अब अंतिम चरण में है। विशाल पांडाल, टेंट सिटी, शौचालयों व जल व्यवस्था का निर्माण प्रगति पर है। झाबुआ के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता राजाराम कटारा ने सभी को गैंती फावड़ा तगारी लेकर हलमा में शामिल होने का आह्वान किया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.