श्री राम नवमी पर पेटलावद हुआ राममय; अरुण गोविल बोले: रामभक्तो का यह उत्साह अद्वितीय है …

सबके राम सबमें राम कार्यक्रम: अभूतपूर्व, ऐतिहासिक, अविश्वसनीय और अकल्पनीय

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आगे-आगे धर्मध्वजा लेकर चलते किशोर बालक, उनके पीछे सुमधुर गीतों की प्रस्तुति देते बैंड, ढोल-नगाड़ो की थाप पर नाचते-गाते युवा, घरो की छत से व जगह-जगह मंच लगाकर फूलो की बारिश से स्वागत करते सामाजिक संगठन, जय श्री राम के जयकारो से गूंजता वातावरण।
यह भक्तिमय दृश्य था, गुरूवार को हिंदू जागरण मंच के तत्वाधान में निकली भगवान श्री राम की ऐतिहासिक शोभायात्रा का। चैत्र शुक्ल नवमी, श्री राम नवमी के पावन अवसर पर प्रदेश सहित पूरे देश के विभिन्न प्रांतों में इस अवसर पर गुरुवार को जहां समारोह पूर्वक विशेष कार्यक्रम हुए, वहीं पेटलावद भी पीछे नहीं रहा। श्री राम नवमी के अवसर पर पेटलावद में हिंदू जागरण मंच के तत्वाधान में अद्भुत रूप से भगवान श्री राम का प्राकट्योत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सबके राम सबमें राम कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें शाम 4 बजे एक भव्य और विशाल धार्मिक शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें रामभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने इस आयोजन में भाग लिया।
सामाजिक समरसता की मिसाल साबित हुई शोभायात्रा:
शहर में निकाली गई यह शोभायात्रा सामाजिक समरसता की मिसाल साबित हुई, जिसमें जाति पंथ से ऊपर उठकर बड़ी संख्या में हिंदू समाज शामिल हुआ। इस शोभायात्रा ने धार्मिक आयोजनों का शिखर छू लिया। भव्यता और संख्या के मामले में यह शोभायात्रा सम्पूर्ण प्रदेश में प्रथम स्थान पर रही, जो हिंदू सनातन समाज का श्री राम के प्रति समर्पण और उत्साह का प्रतीक है। शोभायात्रा में भगवान श्री राम, शबरी माता, सामाजिक समरसता की झांकियां और आखाड़े आकर्षण का केंद्र रहे। पूरा शहर जय श्री राम के नारों से गुंजायमान हो गया।
अरुण गोविल को देख भावविभोर हुए रामभक्त:
शोभायात्रा के बीच में जब रामायण के प्रभु श्री राम अरुण गोविल पहुंचे तो लोगो की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और भक्तो ने अपने घरो की छत से फूलो की वर्षा कर स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। झंडा बाजार से उन्हें एक खुले वाहन में जनता के अभिवादन के लिए खड़ा किया गया। उनकी सुरक्षा में नगर के युवा बड़ी संख्या में हाथ की चैन बांधकर रस्तेभर चलते रहे।
30 से अधिक स्थानों पर हुआ स्वागत:
शोभायात्रा के स्वागत के लिए लोगों में होड़ मच गई। 30 से अधिक स्थानों पर कई सामाजिक संगठनों, सभी धर्मो, राजनीतिक मंचो ने अलग-अलग मंच लगाकर शोभायात्रा का स्वागत किया। किसी ने स्वागत ने छाछ पिलाई, तो किसी ने कोल्ड्रिंग तो किसी ने पानी और शरबत पिलाया। शोभायात्रा में बग्घी में बैठे प्रमुख संतों का हार फूल मालाओं से सभी ने स्वागत कर आशीर्वाद लिया। वहीं राजापुरा में मुस्लिम समाज ने फूलो की बारिश कर शोभायात्रा का स्वागत किया और गंगा जमना तहजीब और कोमी एकता की मिसाल कायम की। मुस्लिम समाज के स्वागत की नगर में भूरि भूरि प्रशंसा भी हुई।
शोभायात्रा में शामिल हुए कई बड़े संत:
आयोजन को लेकर गठित की गई अलग-अलग समितियो ने अपनी जवाबदारी को बखूबी निभाया। शोभायात्रा में नगर के विभिन्न समाज व धर्म अनुयायी शामील हुए। जिसने भी देखा इस भव्य शोभायात्रा को बस अभिभूत हो गया। पेटलावद में पहली बार इस तरह की अनुशासित एवं श्रद्धापूरक शोभायात्रा निकली। जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। यात्रा राजापुरा, भेरू चौक, पीपड़ा गली, गणपति चौक, महाकाल पथ होते हुए मुख्य मार्ग से गुजरी।
पुराना बस स्टैंड पर हुई विराट धर्मसभा और महाआरती:
शोभायात्रा पुराना बस स्टैंड पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। यहां समिति ने सभी संतो और अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद मुख्य अतिथि अरुण गोविल को आदिवासी संस्कृति के प्रतीक तीर कमान भेंट कर उनका स्वागत किया। इससे पूर्व भगवान श्री राम के चित्र पर अतिथियों और संतो द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
पेटलावद का प्यार मुझे यहां तक खींच लाया: अरुण गोविल
इस दौरान अपने उद्बोधन में अरुण गोविल कहा कि मैं आपके इस ऊर्जावान उत्साह से भरे आपके शहर में पहली बार आना हुआ है। मेने सोचा कि मैं महानगर के महाउत्सव में शामिल न होकर पेटलावद क्यों जा रहा हूं। यहां आने से पहले मेने यह सोचा। मुझे महानगर के महा उत्सव में शामिल होना चाहिए मैं वहां क्यों जा रहा हूं। फिर मुझे याद आया किसी एक व्यक्ति का विशेष आग्रह यहां से मुझे मिला था और वो आग्रह केवल आग्रह नही था, उन्होंने जिस तरह से मुझसे कहा ये उसमें आप सभी का प्रेम उन्होंने समेटकर शब्द उनके थे, लेकिन प्रेम आप सभी का था। तो मैं आपके प्रेम में मजबूर होकर पेटलावद आ गया और अब मुझे लगता है कि मैंने यहां आकर जो देखा है जो महसूस किया है जो बात मेरी रग रग में चली गई हैं वो ये है कि यहां मेरा आना मेरे लिए बहुत बड़े सौभाग्य की बात है। आप सभी का उत्साह मुझे देखने को मिला, इसमें हर व्यक्ति, हर महिला, हर बच्चे में इतना उत्साह भरा है ये देखकर मन प्रफुल्लित हो गया। इस अभूतपूर्व प्यार के लिए मैं आप सभी पेटलावद वासियों का दिल से आभार करता हूं। पेटलावद में रामभक्तो का यह उत्साह अद्वितीय है। यहां आने के बाद मुझे ऐसा लगा मानो पेटलावद का चप्पा चप्पा राममयी हो गया है। श्री गोविल ने कहा कमाल का अनुभव होता है जब आपका किया हुआ कोई काम, आपको इतना नाम, प्यार और पहचान दे। उन्होंने रामायण के कुछ अंश भी जनता के सामने रखे, जिसे सुन सभी भावविभोर हो गए। उनके उद्भोदन के बाद भगवान श्री राम की महाआरती उतारी गई। इसके बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
पुलिस और प्रशासन रहा चुस्त दुरुस्त:
इस धार्मिक आयोजन के लिए पुलिस प्रशासन चुस्त दुरुस्त और अलर्ट मोड पर रहा। खुद एसडीएम आईएएस अनिल राठौर, एसडीओपी सोनू डावर, टी आई राजू सिंह बघेल, नायब तहसीलदार परवीन अंसारी, रायपुरिया टी आई राजकुमार कुंसारिया, कल्याणपुरा टीआई कोशल्या चौहान सहित पुलिस जवान पूरे समय दलबल के साथ अपनी पैनी नजर बनाए हुए थे। संवेदनशील इलाकों में कहीं किसी प्रकार की अप्रिय घटना न घटे इसके लिए ड्रोन सहित सीसीटीवी कैमरों की मदद भी ली गई। इस आयोजन के लिए रायपुरिया, सारंगी, बामनिया, कल्याणपुरा से भी पुलिस बल यहां आया हुआ था।
हिंदू जागरण मंच ने माना सर्व समाज का आभार:
हिंदू जागरण मंच ने धार्मिक एवं सामाजिक संथाओ के साथ सर्व समाज का आभार प्रकट किया। जिन्होंने यात्रा मार्ग में जगह जगह भक्तों के लिए पेयजल, ज्यूस आदि की व्यवस्था की। साथ ही पुलिस प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया।
सबके राम सबमें राम की प्रमुख झलकियां:
– मंच पर मां शबरी के रूप में आई नन्ही बालिका द्वारा प्रभु श्री राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को बेर खिलाना।

– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह द्वारा सपरिवार अरुण गोविल को स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत। 

– कहार मोहल्ले में नप उपाध्यक्ष श्रीमती किरण कहार और संजय कहार सहित अन्य युवाओं द्वारा राम जी के चरण धोना।
– हिन्दू जागरण मंच जिला अधिकारी बाबूलाल परमार द्वारा शोभायात्रा में तलवार बाजी।

– स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के चलते नगर परिषद टीम ने यात्रा के पीछे से सफाई अभियान रखा जारी। 
– मातृशक्ति पूरी शोभायात्रा राम जी के जन्मोत्सव में मग्न।
– क्षत्रिय सीरवी समाज की पारम्परिक गेर।
– जनजाति समाज द्वारा भगवान श्री राम जी की झांकी
– संत छाया आर्ट के अंकित सेंचा द्वारा अरुण गोविल को प्रभु राम की प्रतिमा भेंट।
– 30 से अधिक स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत
– प्रजापत समाज और जैन समाज द्वारा ठंडाई का प्रोग्राम
– महाआरती में 1 दर्जन से अधिक जोड़ो द्वारा भगवान श्री राम की आरती की थाली घर से सजाकार लाना।

रिपोर्ट: सलमान शैख

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