चंद्रभान सिंह भदौरिया @ एडिटर इन चीफ
इंदौर निवासी एंव गुजरात के दाहोद के अरबन ट्रस्ट अस्पताल में कार्यरत लोकप्रिय डाक्टर अमित शुक्ला के अचानक गायब होने की मिस्ट्री अब खंडवा जिले के ओंकारेश्वर थाने के नर्मदा पर बने मोटरक्का पुल पर आकर टिक गयी है .. इसी बीच डाक्टर अमित शुक्ला को लेकर दाहोद – झाबुआ – अलीराजपुर सहित आसपास के इलाकों के सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया है .. लेकिन इस खबर में हम सिलसिलेवार पूरे घटनाक्रम को समझा रहे हैं ..
दाहोद के कतवारा से मोटरक्का पुल तक
डाक्टर शुक्ला अपनी ग्रै कलर की वैगन आर कार से गुरुवार सुबह 6 बजे दाहोद से इंदौर के लिए रवाना होते हैं लेकिन गुरुवार दोपहर तक नहीं पहुंचते .. उनके मोबाइल भी 20 मिनट बाद बंद आने लगते हैं उनकी पत्नी दोपहर में उनकी तलाश में बच्चों सहित इंदौर के लिए रवाना होती है ओर रात को इंदौर पहुंच जाती है लेकिन डाक्टर शुक्ला वहां नहीं मिलते .. इसके बाद दाहोद / झाबुआ / इंदौर पुलिस सक्रिय होती है मोबाइल का अंतिम लोकेशन कतवारा मिलता है सीसीटीवी फुटेज में भी वह दाहोद से झाबुआ ओर झाबुआ से इंदौर के बीच नहीं दिखते..इसी बीच शुक्रवार को उनके सुरक्षित इंदौर में होने की अफवाह चलती है उनके चाहने वाले संतुष्ट हो जाते हैं लेकिन शनिवार को शाम होते होते डाक्टर अमित शुक्ला गुमसूदगी केस में नया मोड़ तब आता है जब उनकी कार ओर मोबाइल खंडवा जिले में नर्मदा पर बने विशाल मोटरक्का पुल पर मिलते हैं लेकिन कुछ लोगों की मौजूदगी के बावजूद डाक्टर शुक्ला का सुराग नहीं मिलता .. पुलिस को सुचना मिलती है तो पुलिस गोताखोरों के साथ SDRF की टीमें नर्मदा में सर्च के लिए लगाती है लेकिन रात 10 बजे तक पुलिस की टीमें खाली हाथ है ।
अब तीन संभावना हो सकती है
अब डाक्टर अमित शुक्ला के मामले में तीन संभावना हो सकती है .. पहली जिसकी शंका में ओंकारेश्वर पुलिस नर्मदा में गोताखोरो को उतार चुकी है लेकिन कोई सुराग नहीं है पानी बेहद अधिक है अभियान कल सुबह फिर शुरू होगा।
दूसरी संभावना यह है कि डाक्टर अमित शुक्ला खुद ही किसी मूड के चलते अपनी कार ओर मोबाइल छोड़कर कंफ्यूज करने के लिए कहीं चले गये हो ।
तीसरी संभावना उनका अपहरण हुआ हो ओर अपहरण कर्ता पुलिस को भ्रमित करने के लिए कार ओर मोबाइल वहां छोड़ गये हो अब इसमें से एक बात सच है ओर पुलिस तीनो संभावना पर काम कर रही है
