ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों पर साइबर सेल ने 4 लोगों को वापस दिलवाए 1,33,000 रुपए

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झाबुआ डेस्क

ऑनलाइन ठगी की 4 शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही कर साइबर सेल झाबुआ ने आवेदकों के 1,33,000/-रू. वापस कराए। इसी के साथ पुलिस सायबर सेल एडवाइजरी भी जारी की है।

दरअसल, आवेदिका भिनी कटकानी के मोबाइल पर एक मेसेज आया, जिसमें क्रेडिट कार्ड प्रॉटेक्शन प्लान बंद करने हेतु कहा गया। ठग द्वारा भीनी को झांसे में लेकर बैंक संबंधी सारी जानकारी ले ली गई। उसी समय आवेदिका ने सायबर सेल झाबुआ से संपर्क किया जिस पर सायबर सेल झाबुआ की पुलिस टीम द्वारा संबंधित बैंक एवं वॉलेट से संपर्क कर आवेदिका के 90,000/-रू. वापस कराए गए।

इसी तरह एक अन्य मामले में आवेदक गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत की मां का स्वास्थ्य खराब था तो आवेदक के द्वारा गूगल से हॉस्पीटल के नंबंर सर्च करे तो वह नंबर ठग का निकला उसने आवेदक को झासें में लेकर उसके साथ ठगी कर ली। उसी समय आवेदक ने सायबर सेल झाबुआ से संपर्क किया जिस पर सायबर सेल झाबुआ की पुलिस टीम द्वारा संबंधित बैंक एवं वॉलेट से संपर्क कर आवेदक के 5,000/-रू. वापस कराए गए।

आवेदक नरेन्द्र सिंह पंवार के द्वारा पेटीएम के माध्यम से 28,000/-रू. गलती से किसी अन्य के मोबाइल नंबंर पर राशि हस्तांतरित कर दी। जिसे भी सायबर सेल झाबुआ द्वारा संबंधित बैंक से संपर्क कर आवेदक के 28,000/-रू. वापस करवाये गये।

इसी प्रकार आवेदक संदीप से ठगी कर 10,000/-रू. निकाल लिये जिसे भी सायबर सेल झाबुआ द्वारा वापस करवाये गये। उक्त कार्य में साइबर सेल झाबुआ की टीम आरक्षक 98 मंगलेश पाटीदार, 552 महेश प्रजापति, 573 संदीप बघेल एवं आर. 192 दीपक पटेल का सराहनीय योगदान रहा।

पुलिस अधीक्षक झाबुआ अगम जैन ने झाबुआ की आमजनता से अपील की है कि समय-समय पर साइबर सेल झाबुआ द्वारा जारी साइबर एडवाइजरी का गंभीरता से पालन करे, जिससे की आप साइबर ठगी का शिकार होने से बच सकते है। यदि किसी के साथ बैंक फ्रॉड होता है तो वह तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबंर 1930 पर काल करे व साथ ही अपने नजीदीकी थाने एवं साइबर सेल झाबुआ से संपर्क करे।

CYBER ADVISORY :-

    कभी भी लॉटरी या इनाम के झांसे में किसी के साथ अपनी बैंक संबंधी जानकारी शेयर न करे।

    किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बैंक संबंधी जानकारी जैसे उपयोगकर्ता का आईडी पासवर्ड /ATM कार्ड नंबर /पिन /CVV नंबर/ OTP नंबर आदि मांगे जाने पर प्रदाय ना करें। बैंक कभी भी फोन पर बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं।

    गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के लिए अधिकृत वेबसाइट को ही चुने।

    अनजान लिंक पर क्लिक न करे।

    सोशल मीडिया पर प्रोफाइल पिक्चर को लॉक व सिक्योर करके रखे।

    हमेशा 2 स्टेप वेरीफिकेशन चालू रखे।

    बैंकिंग App में लॉक लगा के रखे।

    अनजान एप्प को Play Store के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म से डाउनलोड न करे।

    किसी भी अनजान एप्प को मोबाइल की (जैसे गैलरी, कॉन्टेक्ट, SMS, लोकेशन) परमिशन न दे।

    बैंक फ्रॉड होने पर तुरंत हेल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल करे।

    ट्रांजैक्शन करते समय किसी भी रिमोट एक्सेस एप जैसे टीमव्यूअर/एनीडेक्स आदि को मोबाइल में इंस्टॉल ना करें।

    नौकरी की ऐसी पेशकश से बचे जिसमें आपको पैसे जमा करने के लिए कहा जा रहा हो।

    किसी को भी अपना मोबाइल न दे।

    फेसबुक और व्हाट्सएप मैसेंजर का उपयोग कर युवक/युवतियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर, की जा रही फिरौती की मांग से बचे।

    सायबर अपराधी आपका परिचित बनकर मोबाइल के माध्यम से बात करते है और आपके खाते में पैसे डलवाने के बारे में बोलकर आपको झासे में लेकर उल्टे आपके खाते को खाली कर देते है। अपने परिचितों के कहने पर भी बे-वजह अपने खुद के खाते में पैसे नहीं डलवाने है व ना ही बैंक से संबंधित कोई गोपनीय सूचना दूसरे व्यक्ति को बताना है।

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