भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर चौक के बोर्ड को लेकर विवाद , सोशल मीडिया पर चेतावनी का दौर

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दिनेश वर्मा@ झाबुआ

चौराहे पर भगवान बिरसा मुंडा के बोर्ड को लेकर जिले के पेटलावद के गांव करड़ावद में दो पक्षों में विवाद हो गया। जिसमें दोनो पक्षों ने इस मामले की षिकायत अलग-अलग की है। एक पक्ष ने मामले की षिकायत पुलिस थाने में की तो दूसरे पक्ष ने ग्राम पंचायत सरपंच को षिकायत की। जिसके बाद ग्राम पंचायत ने बोर्ड को हटाया। जिस पक्ष ने पुलिस थाने में शिकायती आवेदन दिया है, उसमें उनका आरोप है कि करड़ावद के बस स्टैंड पर भगवान बिरसा मुण्डा चौराहा नाम से जो बोर्ड लगाया था, उसे शरारती तत्वों द्वारा क्षति पहुंचाई। उन्होनें मांग की कि इस मामले में दोषियों पर कानूनी कार्यवाही की जाए। यह शिकायती आवेदन आदिवासी समाजजन के नाम से दिया गया है। वहीं कल से ही सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म फेसबुक और वाटसअप पर कई युवाओं द्वारा चेतावनी दी जा रही है। कई युवाओं ने बोर्ड हटाने का विरोध भी सोशल मीडिया पर किया है। इस मामले में आगे क्या होगा इस पर संशय बना हुआ है।

यह है पूरा मामला-
दरअसल, 16 अगस्त को कुछ युवकों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा चौराहा नाम से एक साइन बोर्ड बस स्टैंड के पास भेरू डामर के घर के सामने लगाया था। जिसके बाद भेरू डामर सहित ग्रामीणजनों ने ग्राम पंचायत सरपंच को षिकायत कर बोर्ड को हटाने के लिए आवेदन दिया। सरंपच को दिए आवेदन में भेरू डामर ने बताया कि कुछ युवक आए और उसके घर के सामने भगवान बिरसा मुण्डा का बोर्ड लगाने लगे, तो उसने इसका विरोध किया, लेकिन उसके साथ गाली-गलोच और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। आवेदन में उसने बताया कि वह पैर से दिव्यांग है और उसके घर बेल, गाड़ी, ट्रैक्टर आदि खेती किसानी के साधन है, जो यह बोर्ड लगने से नही रखा पाएंगे। इसके बाद कल 19 अगस्त को इस बोर्ड को पंचायत ने हटा दिया। किसी प्रकार की विवाद की स्थिति न बने इसके लिए पंचनामा भी बनावाया गया। जिसमें बताया गया कि समस्त ग्रामवासियों और पंचो की सहमति से बोर्ड हटाने की कार्यवाही की गई।
वहीं दूसरी ओर पुलिस थाने में दिए षिकायती आवेदन में बताया गया है कि यह जो बोर्ड लगाया गया था, यह पंचायत की अनुमति से लगाया गया था। इस बोर्ड को लगाने के लिए युवकों ने ग्राम पंचायत से अुनमति भी चाही थी, जिसके बाद ग्राम पंचायत ने प्रमाण पत्र जारी कर उल्लेख किया कि सार्वजनिक स्थान पर बोर्ड लगाने पर पंचायत को कोई आपत्ति नही है। बोर्ड को इस तरह क्षति पहुंचाई गई, जिससे हमारे आदिवासी समाज के युवाओं में रोष व्याप्त है।
टीआई बोले-आपसी सामंजस्य बिठाया जा रहा हैः
चौराहे को लेकर दो पक्षों में विवाद का मामला सामने आया है। इस मामले में ग्राम पंचायत ही निर्णय ले सकती है। हालांकि दोनो पक्षों में आपसी सामंजस्य बिठाया जा रहा है। चूंकि इस मामले को लेकर कोई बड़ा विवाद न हो, इसलिए पुलिस इस पूरे मामले में पूरी तरह सक्रिय है।

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