आने वाले कुछ दिनों में नगर परिषद पेटलावद अपना वार्षिक बजट पेश करने के लिए बैठक बुलाएगा। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में पेटलावद नगर परिषद का बजट 27 करोड़ 13 लाख रुपए का था। अमूमन बजट में 10 प्रतिशत राशि की बढ़ोत्तरी की जा सकती है। ऐसे में इस बार बजट की राशि में काफी बढ़ोत्तरी होने की संभावना नजर आ रही है। वित्तीय वर्ष 2023-2024 में पेश हाेने वाली बजट से शहर के प्रबुद्ध लोगों काफी उम्मीद है। एक अनुमान के अनुसार इस बार की बजट में 10 से 15 प्रतिशत तक के बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। हालांकि अभी बजट को लेकर काफी प्रक्रिया होना बाकी है। इसलिए स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा जा सकता है कि कितने राशि की बढ़ोत्तरी हो पाएगी।
विभिन्न कार्य को बजट में प्रमुखता से स्थान देने की मांग:
नगर के लोगो का कहना है बजट में बरसात के समय शहर में जलजमाव, पंपावती नदी का सौंदर्यीकरण, आरओ युक्त पानी, सुव्यवस्थित बस स्टैंड, बगीचा, फूटा तालाब पिकनिक स्पॉट जैसी पुरानी योजनाओं के क्रियान्वयन की बात हो या फिर शहर की लाइफ लाइन चोर बोराली के गहरीकरण जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की बड़ी जिम्मेदारी भी निभानी है। जानकारों का मानना है कि परिषद उनकी, सांसद, प्रदेश और केंद्र में सरकार भी उनकी। शहर विकास की राह में अब कोई रोड़ा नहीं अटका सकता। एक युवा महिला अध्यक्ष को अपने युवा ज्ञान और तजुर्बे का सही इस्तेमाल करने का अवसर मिला है। हालांकि इसकी तारिख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि यह बजट बैठक 15 मार्च के बाद किसी भी दिन आयोजित हो सकती है।
आवागमन और जाम है बड़ी समस्या:
लोगो ने कहा कि शहर में लोगों को आवागमन की बड़ी समस्या है। नए बस स्टेंड रोड से लेकर और गांधी चौक तक फल और सब्जी विक्रेताओं और हाथठेले वालो के कारण मुख्य मार्ग पर रोजाना जाम लगते है। इन्हें इनके मूल स्थान जो लाखो रुपए पूर्व परिषद ने खर्च किए हैं, वहां इन्हे शिफ्ट किया जाए। अमूमन ऐसा देखा गया है कि फुटकर विक्रेताओं को अतिक्रमणकारी मान कर बार-बार हटाया जाता है। इनलोगों को एक स्थायी जगह मिल जाए तो इनलोगों को जीविका भी चलती रहेगी। वहीं शहर में सुव्यवस्थित बस स्टेंड, बगीचा बनाने में कामयाब हो ऐसा बजट लेकर आना चाहिए।
पंपावती नदी का सौंदर्यीकरण-
पंपावती नदी के सौंदर्यीकरण की योजना पिछले लंबे समय से फाइलों में झूल रही थी। अब ये धरातल पर उतरना चाहिए और सफाई का काम युद्धस्तर पर शुरू होना चाहिए। नई परिषद इस योजना को धरातल पर उतारे। जो गंदे नालो का पानी इसमें मिल रहा है उसे नदी से बाहर करने का प्लान बनाकर कार्य किया जाना चाहिए। ऐसे में इस बात की उम्मीद है कि साल 2023 में इसके सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो जाएगा।
शहर को कब मिलेगा आरोयुक्त पेयजल-
शहरवासियों को आरोयुक्त पेयजल देने का सपना अब भी अधूरा है। समयअवधि में कार्य पूर्ण नही हुआ और जो कार्य हुआ उसने कई हरे जख्म दिए है। ऐसे में अब नगर परिषद को आरोयुक्त पेयजल लाईन को वर्ष 2023 में जनता को देने के लिए संबंधित कंपनी को शाम-दाम-दण्ड-भेद देकर पूर्ण करवाना होगा। 2023 में ऐसी उम्मीद की जा सकती है कि ये योजना अपने मूर्त रूप में आ सकें।
बस स्टेण्ड रोड के किनारें-
नगर का बस स्टेण्ड जो मार्ग के किनारे ही हैं। 2022 मे यह भी प्रगति की सीढी नहीं चढ पाया। स्टेट हाईवे पर बस स्टेंड होने के कारण दुर्घटनाएं इस स्थान पर अवश्य बडी ओर कई बार लंबा ट्राफिक जाम भी हुआ। किसी भी राजनीतिक दल ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो प्रशासन में भी ईमानदार पहल का अभाव रहा। अब उम्मीद है इस ओर पहल होगी और परिषद इसे बजट में लेकर इसका प्रस्ताव बनाएगी।
अतिक्रमण की समस्या वहीं के वहीं-
शहर ने अतिक्रमण से मुक्ति पाकर सुचारु और निर्बाध यातायात का सपना भी संजोया था। प्राासनिक स्तर पर इसके लिए जबर्दस्त अभियान भी चले। पर कमोबेश शहर आज भी वहीं रेंग रहा है जहां साल की शुरुआत में था। आज तक किसी भी अधिकारी ने इस ओर ईमानदार पहल नही की, जिससे की शहर अतिक्रमण से मुक्ति पा सके। अब वर्ष 2023-24 के आने वाले बजट से उम्मीद है कि अतिक्रमण से शहर की शासकीय भूमियां मुक्त होगी।
नहीं मिल सका फुटपाथी दुकानदारों को ठौर-
अतिक्रमण हटाने के साथ ही फुटपाथी दुकानदारों को नया ठौर देने का काम भी पुराने कार्यकाल की प्रमुख योजना थी। फुटपाथी दुकानदारों के लिए व्यवस्था की जानी थी। उद्देश्य फुटपाथों पर दुकान लगाने की वजह से होने वाले जाम से मुक्ति पाना था। पुराना कार्यकाल खत्म हो गया है और अब नए हाथों में परिषद की कमान है, लेकिन इस योजना पर भी ग्रहण ही लगा हुआ है। आज भी फुटपाथों पर दुकानें सज रही हैं, इन्हें या तो केसरिया कुण्ड में लाखो रुपए की लागत से बने मार्केट में शिफ्ट किया जाए या फिर कोई अन्य जगह इनके लिए तलाशी जाए।
हर वर्ग की समस्या को ध्यान में रखकर बनेगा बजट:
इस वित्तीय वर्ष में जो बजट आएगा उसमें आम से लेकर खास व्यक्ति तक का ध्यान रखा जाएगा। सबसे पहले हम शहर को सुव्यवस्थित करने की दिशा में काम करेंगे। जाम की समस्या के अलावा जर्जर सड़क को दुरूस्त कराने और नगर परिषद क्षेत्र में जुड़े हर वार्ड का चहुंमुखी विकास लिए बजट लेकर आएंगे। वहीं पंपावति नदी के सौंदर्यीकरण, बस स्टैंड, नई दुकानों के निर्माण के साथ एक भव्य बगीचा बनाकर नगरजनो को दिया जाने के प्रस्ताव रखे जाएंगे। साथ ही नगर परिषद की आमदनी बढ़ाने की दिशा में भी काम किया जाएगा।
– श्रीमती ललिता योगेश गामड़, अध्यक्ष नगर परिषद
रिपोर्ट: सलमान शैख