सवारी वाहन चालक की दादागिरी – वाहन हटाने की बात पर पुलिसकर्मी से की मारपीट, एफआईआर दर्ज

May

नवनीत त्रिवेदी @झाबुआ Desk 

झाबुआ बस स्टैंड पर अवैध रूप से यात्री वाहन चलाने वाले चालकों की दादागिरी इस कदर हावी है कि वह ना पुलिस से डरते हैं और ना बस चालकों की कोई बात सुनते हैं बेदर्दी तरीके से अपने वाहन बस स्टैंड पर खड़े करना एवं ठोकने पर मारपीट करना इनकी रोजमर्रा की आदत हो गई है.. ताजा मामला आज दोपहर का है आज दोपहर करीब 1:00 बजे के आसपास झाबुआ बस स्टैंड पर यातायात आरक्षक अशरफ खान की ड्यूटी थी, तभी बस स्टैंड पर 1 यात्री वाहन तूफान के चालक को आरक्षक अशरफ ने वाहन अपनी सुव्यवस्थित तरीके से रखने का कहा तो चालक ने आरक्षक से गाली गलीच शुरू कर दी, एवं कुछ ही देर बाद चालक और उसके साथी ने आरक्षक से मारपीट भी की.. आस पास के व्यापारियों ने बीच बचाव कर मामले को सुलझाया, आरक्षक ने कोतवाली झाबुआ पहुंच कर  आरोपी दिनेश डामोर एवं राजू डामोर पर प्राथमिकी दर्ज करवाई है। दोनो आरोपियों पर धारा 294,323,332,353,34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।  पुलिस द्वारा दोनो को हिरासत में ले लिया गया है।

बड़ा सवाल – आखिर किसकी शह पर अवेध यात्री वाहन चालक बेखौफ होकर न सिर्फ दादागिरी कर रहे है, बल्कि पुलिसकर्मी से मारपीट पर उतर आए है, क्या ये शहर की यातायात व्यवस्था प्रमुख के ऊपर प्रश्नचिन्ह नही है कि उनके मातहत कर्मचारी पर सीधे से हमला हो रहा है और और वे प्राथमिकी दर्ज करवाने उसके साथ होने की बजाय मामले का पटाक्षेप करने में लगे है। अगर प्रभारी की ये ही कार्यप्रणाली रही तो निचले कर्मचारियों का मनोबल गिरने में ज्यादा देर ना लगेगी.. बाकी जो है सो है।